हिस्ट्रीशीटर की बातों में नहीं है दम‚ क्योंकि किसानों की समस्याएं नहीं हुई कम: मनोज सिंह W
बिहार की पंप कैनाल दिखाकर चंदौली के नेताओं को नसीहत
बिहार खींच ले रहा है कर्मनाशा का ज्यादा पानी
ऐसी कैनाल चंदौली में क्यों नहीं बनवाते भाजपा के विकास पुरुष
चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू सिंचाई संकट के बीच रविवार को पड़ोसी प्रांत बिहार के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने कैमूर जनपद के कान्हपुर में बन रहे कैनाल का जायजा लिया और चंदौली के जनप्रतिनिधियों को मौके से ही आइना दिखाया। कहा कि कान्हपुर पम्प कैनाल की क्षमता इतनी है कि चंदौली जिले में कर्मनाशा में स्थापित सभी कैनालों की क्षमता समाहित कर दी जाए, तब भी कम पड़ेगी। ऐसा पम्प कैनाल चंदौली में एक भी नहीं है जो जनपद के किसानों के लिए दुर्भाग्य व दुख की बात है। वहीं डबल इंजन की भाजपा सरकार के लिए शर्म की बात है, क्योंकि बिहार में ऐसे कुल पांच पम्प कैनाल स्थापित हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों की सिंचाई के मुद्दे पर भाजपा के जनप्रतिनिधि लखनऊ के नवाबों की तरह मुर्गा लड़ाने का काम कर रहे हैं, जो ठीक नहीं है।
मनोज सिंह नेता कहा कि धीना थाने के हिस्ट्रीशीटर का सैयदराजा विधायक का प्रतिनिधि होना ही उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करता है। एक तरफ विधायक प्रतिनिधि यह दावा कर रहा है कि नरायनपुर में दो पम्प चल रहे हैं, वहीं किसानों को 200 से अधिक वीडियों यह चींख-चींख कर बता रहे हैं कि हमें खेतों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में एक हिस्ट्रीशीटर की बातों पर यकीन किया जाए या फिर उन 250 से अधिक किसानों की, जो प्रशासनिक दुर्भावना व दुर्व्यवस्था के शिकार हैं। कहा कि नरायनपुर में 11 मोटर बदलने हैं और जो रफ्तार है उसे देखकर यही लग रहा है कि धान की फसल कटकर किसानों के घर चली आएगी फिर भी सभी मोटर नहीं लग पाएंगे।
मनोज डब्लू ने स्पष्ट कहा कि मुर्गा लड़ाने की बजाय डबन इंजन की सरकार को काम करने की जरूरत है, ताकि कान्हपुर जैसे पम्प कैनाल चंदौली में स्थापित हों और किसानों का भला हो। इसके लिए बिहार सरकार से समन्वय स्थापित कर गंगा का पानी कर्मनाशा में छोड़ा जाए, जिससे चंदौली के साथ ही बिहार के किसानों का भला हो सके। क्योंकि 50 क्यूसेक से अधिक पानी उठाने के लिए एनओसी लेनी पड़ेगी। जिसके लिए सरकार को पहल करने की जरूरत है।
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