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जिला चिकित्सालय में मनाया गया विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया । इसी क्रम में शनिवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई द्वारा पंडित कमला पति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय के सभागार में मानसिक स्वास्थ्य संबंधित विचारों को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा
 
जिला चिकित्सालय में मनाया गया विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

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चंदौली जिले में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया । इसी क्रम में शनिवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई द्वारा पंडित कमला पति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय के सभागार में मानसिक स्वास्थ्य संबंधित विचारों को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की गयी । कोविड -19 के मद्देनजर इस वर्ष की थीम “दयालुता” रखी गई है । इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष वैश्विक महामारी को देखते हुये व्यक्तियों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही साथ मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखना हम सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है । हम सभी मानसिक रोगियों के प्रति दया भाव रखें उन्हे अनदेखा न करें।


जिला मानसिक स्वास्थ्य के नोडल अधिकारी डॉ दिग्विजय सिंह ने बताया कि इस अवसर पर जनपद के विभिन्न विभागों के कोरोना वारियर्स को प्रशस्ति पत्र दिया गया। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एवं मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए शिविरों एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । कोविड19 महामारी के दौरान उत्पन्न मानसिक समस्या के वृहद रूप पर चर्चा की गयी जिसमें कोरेंटाइन के दौरान लोगों की मानसिक समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया। साथ ही बताया गया कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी एवं महामारी से लोगों में डर, चिंता, तनाव की स्थिति है, जिसका कारण इच्छाओं की पूर्ति न हो पाना, परिवार की अनबन भी मानसिक बीमारी को जन्म दे रही है ।

इस महामारी में सामाजिक, आर्थिक क्षति होना भी कई बीमारियों को जन्म दे रही है जिसे समय रहते रोकना अति आवश्यक हो गया है । वर्तमान में इस समस्या से युवावर्ग अधिक प्रभावित है।


नैदानिक मनोवैज्ञानिक अजय कुमार ने बताया कि कोरोना काल में लोगों के व्यवहार में चिंता, अवसाद का काफी गहरा असर पड़ा है । इस महामारी से लोगों को घरों में रहने से अवसाद के शिकार हुये, लॉकडाउन से रोगियों के जरूरी इलाज प्रभावित हुए । इसी को देखते हुये शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ओपीडी का संचालन पुन; शुरू हुआ है जो व्यक्ति ओपीडी तक आने मे असमर्थ है वह मनकक्ष की हेल्पलाइन (7565802028) पर सम्पर्क कर उचित सलाह ले सकते हैं । मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है । नींद न आना, देर रात तक मोबाइल प्रयोग करना, चिंता, घबराहट, उलझन, काम में मन न लगना, एक ही विचार बार-बार आना आदि मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए निःशुल्क काउन्सलिन्ग की जा रही है ।

इस गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ भूपेंद्र दुवेदी, डॉ अवधेश कुमार, डॉ अनिल सुमन, डॉ संजय, डॉ जे पी सिंह, डॉ एस बी सिंह व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हुआ ।

जिला चिकित्सालय में मनाया गया विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

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