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सड़क के अभाव में अभी तक नहीं शुरू हुआ MRF सेंटर, कौन है इसके लिए जिम्मेदार ​​​​​​​

चंदौली जिले के सदर नगर पंचायत में निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए करीब 33 लाख रुपये की लागत से एमआरएफ सेंटर (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) यानी कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाया गया है ।
 

33 लाख रुपये की लागत से बना है सेंटर

एमआरएफ सेंटर कब होगा चालू

सेंटर को लेकर बनी थी जैविक खाद की योजना

चंदौली जिले के सदर नगर पंचायत में निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए करीब 33 लाख रुपये की लागत से एमआरएफ सेंटर (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) यानी कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाया गया है । सड़क के अभाव में अभी एमआरएफ सेंटर चालू नहीं हो पाया है। इससे नगर से निकलने वाला कचरा जहां का तहाँ फेंका जा रहा है। जिससे चारो और गंदगी फैल रही है।


नगर पंचायत प्रशासन का दावा है कि सड़क के निर्माण के लिए संबंधित को तीन माह का समय दिया है। सड़क का निर्माण होते ही एमआरएफ सेंटर में कूड़े का निस्तारण शुरू हो जाएगा। इसके बाद सड़क किनारे फेंके जा रहे सूखे व गीले कचरे की समस्या से निजात मिल जाएगा।


आपको बता दें कि सदर नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं। इसमें करीब 35 हजार की आबादी है। नगर में लगभग चार मिट्रिक टन सूखा व गीला कूड़ा कचरा प्रतिदिन निकलता है। कूड़ा निस्तारण के लिए नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 कांशीराम आवास के पाकेट संख्या-2 के पास उपलब्ध नपं की जमीन में एमआरएफ सेंटर बनाया गया है। तकरीबन 33 लाख रुपये से निर्मित कूड़ा निस्तारण केंद्र में लगाए गए मशीन से कूड़े का रिसाइकिल किया जाएगा। 


फिलहाल नगर में निकलने वाले कूड़े को कांशीराम आवास की तरफ ही नपं की खाली जमीन पर फेंका जा रहा है। इससे आवागमन करने वाले लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लेकिन जल्द ही इससे लोगों को छुटकारा मिल जाएगा। वहीं कूड़ा निस्तारण केंद्र के जरिए जैविक खाद तैयार की जाएगी। इसका उपयोग आर्गेनिक खेती के लिए किया जाएगा। इससे नगर पंचायत के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। वहीं कूड़ा निस्तारण की समस्या से भी समाधान हो जाएगा।

                                                                                                                             

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