फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी नहीं हो रही है कार्यवाही, अब SP के दरबार में पहुंचा मामला

फर्जी जॉइन लेटर देकर किया गया है फ्रॉड
फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पीड़ितों से ले लिया 50 लाख की रकम
पीड़ितों को फ्रॉड करने वाले करते रहे गुमराह
सकलडीहा कोतवाली में दर्ज मुकदमे में नहीं हो रही है कार्रवाई
चंदौली जिले के सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देवरापुर गांव के मनीष यादव ने एक गंभीर धोखाधड़ी मामले को लेकर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) आदित्य लांग्हे से मुलाकात की। मनीष ने एसपी को बताया कि 12 दिसंबर 2023 को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी अब तक पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है। इससे पीड़ितों को पुलिस की कार्यशैली पर संदेह होने लगा है।

पीड़ित मनीष यादव ने बताया कि गांव के उमेश यादव के झांसे में आकर उन्होंने और उनके साथियों ने बिहार के पटना निवासी प्रशांत कुमार वर्मा को सरकारी नौकरी दिलाने के एवज में प्रत्येक व्यक्ति से 12 लाख रुपये, कुल मिलाकर 50 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। प्रशांत वर्मा ने समय बीतने के बाद सभी लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र (ज्वाइनिंग लेटर) दे दिया, जिससे ठगी का पर्दाफाश हुआ।

मनीष यादव के अनुसार, इस गंभीर धोखाधड़ी के मामले में प्रशांत वर्मा और उमेश यादव के खिलाफ सकलडीहा कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। बावजूद इसके, पांच महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। ऐसे में पीड़ितों में न्याय को लेकर गहरी निराशा और आक्रोश है।
न्याय की तलाश में मनीष ने हाल ही में वाराणसी में एडीजी और डीआईजी से भी मुलाकात कर पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए थे। डीआईजी के सुझाव पर ही वह मंगलवार को एसपी से मिलने पहुंचे थे।
मुलाकात के दौरान एसपी आदित्य लांग्हे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पूरी तरह से सक्रिय है और जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।
पीड़ितों को अब एसपी द्वारा दिए गए भरोसे से उम्मीद जगी है कि उन्हें न्याय मिलेगा और ठगी करने वाले लोगों को कड़ी सजा मिलेगी।
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