सैयदराजा थाने की पुलिस भी कराती है पशु तस्करी, स्थानीय लोगों ने खोल दी पोल
लोगों ने पशु तस्करी की गाड़ियां और जानवर पकड़े
मौके पर कार्यवाही करने के बजाय बचाती रही पुलिस
अंकुर अग्रवाल तक पहुंचा मामला
चंदौली जिले सैयदराजा क्षेत्र में पशु तस्करी का आलम कुछ इस तरह बढ़ गया कि ग्रामीणों को देखते ही नहीं बन रहा तो वह खुद ही तस्करों के खिलाफ मोर्चा खोलकर सड़क पर आ गए और गौ तस्करी के लिए जा रहे हैं पांच गाड़ियों को धर दबोचा, जिसमें से तीन गो तस्कर व 7 गोवंश बरामद किया। वहीं दो तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए । इस खेल में संलिप्त पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश देख कर वहां से भाग खड़े हुए । ग्रामीणों ने इस मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक को दी, तो पुलिस महकमे में हड़कंप सी मच गई।
बता दें कि सैयदराजा थाना क्षेत्र से प्रतिदिन गौ तस्करों द्वारा धड़ल्ले से गोवंश को बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल भेजने का कार्य किया जा रहा था,जिसको देखकर लोकमानपुर के ग्रामीणों ने आज गौ तस्करों को पकड़ने का मोर्चा खोल दिया और सड़क पर खुद ही आ गए।
इसी दौरान वह लोकमानपुर गेट के पास खड़े होकर गौ तस्करी में संलिप्त गाड़ियों को चिन्हित कर खड़ा कराने लगे तभी सैयदराजा पुलिस की तरफ से 112 पर तैनात सिपाही मुमताज तथा दूसरे सिपाही अपनी निजी वाहन यूपी 65 F 1892 द्वारा इन गाड़ियों से पैसा लेकर उन्हें जाने की परमिशन दी जा रही थी लेकिन ग्रामीणों ने इस नजारा को देखने के बाद जब गाड़ियों को रोकने का कार्य किया तो उसमें 5 मैजिक रोक ली गई और शेष मौके से फरार हो गई ।जिनमें गाड़ियों का नंबर इस प्रकार है यूपी 67AT 9662 जिस पर यह गोवंश लगा हुआ था ,वहीं दूसरी गाड़ी यूपी 65 HT6481 पर भी एक, यूपी 65 KT 8766 पर एक तथा यूपी65 LT 4355 जिसपर 2 गोवंश लगे थे एवं एक बिना नंबर की गाड़ी थी जिस पर दो 2 गोवंश लगे थे।
जैसे ही इसकी सूचना गोवंश तस्करों को हुई तो जहां के तहां गाड़ियों को खड़ा कर भागने के फिराक में लग गए और गाड़ियां रास्ते में ही रुक गई। वही इस मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को हुई तो पुलिस अधीक्षक ने तत्काल सदर क्षेत्राधिकारी को संबंधित मामले में कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया, वही क्षेत्राधिकारी ने सैयदराजा पुलिस को सूचना दी, जिस पर निरीक्षक अशोक मिश्रा मौके पर पहुंचकर सभी गोवंश ओं को गौ तस्करों को थाने लाकर आगे की कार्यवाही में जुट गए।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस तस्करी में सैयदराजा के कुछ पुलिसकर्मियों के स्तर से यह तस्करी खुद कराई जा रही है। जिसका नजारा आप खुद ही देख कर लगा सकते हैं कि ग्रामीण जब इतने वाहनों को पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द कर सकते हैं तो पुलिस क्यों नहीं कर सकती। क्योंकि यहां पुलिस ही इस मामले में संलिप्त दिखाई दे रही है तो किस प्रकार की कार्यवाही होगी।
इस संबंध में सैयदराजा थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि जो गाड़ियों को पकड़ा गया है इनमें दो या एक गोवंश लगे हुए हैं जो कि पशुक्रूरता के तहत भी नहीं आते हैं लेकिन मामले की जांच की जा रही है। यदि यह लोग तस्करी में संलिप्त होंगे तो उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी। इसलिए इनके कागजात और जहां ले जाने का कार्य कर रहे हैं, वहां का परमिशन देखा जा रहा है।
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