महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में प्रधानाचार्यों की मीटिंग में गिनायी गयीं समस्याएं
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चंदौली जिला मुख्यालय पर स्थित महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में बुधवार को शिक्षा विभाग की बैठक हुई। प्रधानाचार्यों ने वित्त व लेखाधिकारी बजरंग बहादुर सिंह को समस्याएं गिनाईं। इतने कम समय में 70 फीसद कोर्स पूरा कराने में आने वाली चुनौतियां बताईं। साथ ही विद्यालयों में मौजूद समस्याओं से भी अवगत कराया। वित्त व लेखाधिकारी ने समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया।
बोले, अक्टूबर माह में स्कूल खुले हैं। वहीं फरवरी अथवा मार्च माह में परीक्षाएं कराई जाएंगी। शासन ने लाकडाउन में स्कूल बंद होने से कोर्स को घटाकर 70 फीसद कर दिया है। इतना पाठ्यक्रम पढ़ाने के बाद परीक्षा ली जाएगी। लेकिन इतने कम समय में 70 फीसद कोर्स पूरा कराने में तमाम तरह की चुनौतियां हैं। कोविड प्रोटोकाल के अनुसार स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। कक्षाओं में छात्रों को दो गज की दूरी पर बैठाना है। ऐसे में कम छात्रो को बुलाया जा रहा हैं।
जिन स्कूलों में एक-एक कक्षाओं में छात्रों की संख्या अधिक है, वहां विद्यार्थियों को सप्ताह में एक या दो दिन विद्यालय आने का मौका मिल रहा है। आनलाइन कक्षाओं का नियमित संचालन किया जा रहा है। लेकिन सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों के छात्र आनलाइन कक्षाओं के नहीं जुड़ पा रहे हैं। इसको लेकर विभाग कोई न कोई ठोस हल ढूंढे। तभी पाठ्यक्रम पूरा किया जा सकेगा।
प्रधानाचार्य डा. रामचंद्र शुक्ल ने कहा, स्कूल प्रशासन शासन की गाइडलाइन के अनुसार पाठ्यक्रम को पूरा कराने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। लेकिन चुनौतियों से निपटना मुश्किल हो रहा है। वित्त व लेखाधिकारी बोले, संक्रमण काल में किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही कक्षाएं संचालित करनी होगी। कोशिश की जाए कि स्कूल आने वाले बच्चों को अधिक से अधिक पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएं। डा. महेंद्र पांडेय, एसके लाल समेत अन्य लोग यहाँ मौजूद थे।
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