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लॉकडाउन बढ़ने से मुश्किल में फूल की खेती करने वाले किसान, काट कर फेंक रहे लहलहाते फूल

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली जिले में फूल की खेती करने वालों पर इस समय यह फूल अंगार बन गया है क्योकि फसल को खेत में सूखते देखकर मानो किसानों का हाल बेहाल है। यह नजारा देखने को मिला कि जब किसान अपने ही हाथों से सिंचाई कर इन फूलों को बड़ा किया और अब उसे तोड़ कर जमीन
 
लॉकडाउन बढ़ने से मुश्किल में फूल की खेती करने वाले किसान, काट कर फेंक रहे लहलहाते फूल

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चन्दौली जिले में फूल की खेती करने वालों पर इस समय यह फूल अंगार बन गया है क्योकि फसल को खेत में सूखते देखकर मानो किसानों का हाल बेहाल है। यह नजारा देखने को मिला कि जब किसान अपने ही हाथों से सिंचाई कर इन फूलों को बड़ा किया और अब उसे तोड़ कर जमीन पर फेकने का काम कर रहा है ।क्योंकि यह फूल उसके लिए अंगारे बन गए हैं ।

बताते चलें कि सैयदराजा थाना क्षेत्र के मानिकपुर में गांव के मध्यम वर्गीय किसानों द्वारा गेंदे के फूल की उत्तम वैरायटी की खेती की जाती है जिससे लगभग यहाँ के 15 से 20 किसानों के घरों का पालन पोषण किया जाता है । लेकिन इस लॉकडाउन में किसान द्वारा इन फूलों को अपने ही हाथों तोड़कर या काट कर नष्ट किया जा रहा है क्योंकि किसानों का इस तैयार फसल को कोई भी व्यक्ति खरीदने के लिए तैयार नहीं है और ना ही इन फसलों को कहीं बेचा जा सकता।

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इस स्थिति में गेंदा फूल की खेती करने वाले लोगों द्वारा पहले तो लॉकडाउन का इंतजार किया गया जो 3 मई को खुलने के आसार थे। जब यह भी बंद हो गए तो आज किसानों द्वारा फसलों को तोड़कर या काट कर नष्ट करने का कार्य किया जा रहा है ।

इस संबंध में किसानों ने बताया कि यह फसल हर सीजन में कम से कम हम सभी किसानों को मुनाफा देकर जाती थी लेकिन इस बार की फसल जैसे ही तैयार हुई और इसकी फूल बाजार में बिकने को तैयार हुआ तभी से लॉकडाउन लगने के कारण सारी फसल खेत में ही सूख जा रही है।जिससे हम सभी लोग भुखमरी के किनारे आ गए हैं इसलिए इस फसल को काटकर अब दूसरी फसल उत्पन्न की जाए ताकि परिवार का पालन-पोषण हो सके।

वही किसानों ने बताया कि आजीविका मिशन समूह की महिलाओं द्वारा माला बनाने का काम किया जाता था जो कि अब वह भी इसके कारण भुखमरी के किनारे के पर आ गई हैं और ना ही इन लोगों का जिला प्रशासन या प्रदेश सरकार सुन रही है ।

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