लोगों को पसंद नहीं आ रहा है चावल, गांव वाले कर रहे हैं विरोध
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चंदौली जिले में राशन की दुकान से मिले चावल में प्लास्टिक के चावल की मिलावट का आरोप लगाकर बरहनी विकासखंड के पिपरदहां गांव के ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चावल में मिला प्लास्टिक जैसा चावल गुजरात राज्य की फैक्ट्रियों में प्लास्टिक के कचरे से बनाया गया है। वहीं आपूर्ति विभाग ने चावल के इन दानों को फोर्टिफाइड (मिनरल युक्त) बताया है।
ग्रामीणों का आरोप था कि कोटे की दुकान से जो चावल मिल रहा है उसमें प्लास्टिक के चावल के दाने मिले हैं। कुछ ही देर में इस बात को लेकर गांव में हड़कंप मच गया ऐसा दावा पिपरदहां निवासी सुखराम, मदन, बुद्धि राम, कश्मीरा देवी ने कहा कि वे गुजरात के गांधीधाम की प्लास्टिक फैक्ट्री में काफी दिनों तक काम कर चुके हैं। राशन के चावल में मिला यह चावल का दाना एचडी नंबर-1 प्लास्टिक के कचरे से बना है। यह बात जंगल में आग की तरह गांव में फैल गई। कोटे की दुकान से मिले चावल में पीले रंग के चावल का दाना मिलने पर लोग सकते में आ गए। वे अपने-अपने घरों से कोटे से लाए गए चावल का मिलान करने लगे तो सब में एक जैसे चावल के दाने दिखाई दिए। इस पर उनका शक और गहरा हो गया।
इस संदर्भ में जिला पूर्ति अधिकारी कुंवर वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह दाने प्लास्टिक के नहीं बल्कि फोर्टिफाइड (मिनरल युक्त) हैं। शासन की योजना के अनुसार पिछले माह से ही 100 दानों में इसका एक दाना मिलाया जा रहा है। इसका उद्घाटन पिछले दिनों सैयदराजा विधायक ने किया था।
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