चंदौली जिला अस्पताल में बंद पड़ी है आईसीयू, अफसर रो रहे हैं, रोना
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चंदौली जिले के मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय में दुर्घटना ग्रस्त मरीजों के बेहतर इलाज के लिए आईसीयू की स्थापना की गई। लेकिन भवन बनकर तैयार होने के बाद भी मानव संसाधन के अभाव में आज तक इसका संचालन नहीं हो पाया। इससे दुर्घटना में गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल की ओर से वाराणसी रेफर कर दिया गया था। इससे उन्हें आर्थिक क्षति के साथ-साथ मरीजों को भी परेशानी उठानी पड़ती है।
इस बारे में लोगों का कहना है कि जनपद के जनप्रतिनिधि व अधिकारी मरीजों को लेकर गंभीर होते तो लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।
बताते चले कि मुख्यालय स्थित पं. कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन एक हजार से अधिक मरीज ओपीडी में अपना इलाज कराते हैं। वही 20 से 25 मरीज प्रतिदिन विभिन्न रोगों से ग्रसित भर्ती भी होते हैं। इन दिनों ज्यादातर मरीज जिला अस्पताल में वायरल फीवर, मलेरिया, गैस्ट्रो सहित तमाम रोगों से पीड़ित होकर आ रहे हैं।
चिकित्सकों के साथ-साथ कर्मचारियों की व्यवस्था भी सुदृढ़ है लेकिन अभी भी डायलिसिस की व्यवस्था नहीं हो पाई। वहीं दुर्घटना में गंभीर घायलों के लिए बनाया गया आईसीयू का संचालन मानव संसाधन के अभाव में वर्षों से लटका पड़ा हुआ।
इस सम्बन्ध में डॉ. भूपेंद्र द्विवेदी ने बताया कि जिला अस्पताल में शासन की ओर से सभी सुविधाएं मरीजों और तीमारदारों के लिए उपलब्ध है। मरीजों को बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। आईसीयू संचालन के लिए जो कमियां है उसे दूर करने के लिए शासन को अवगत कराया गया, जल्दी उसे भी दूर कर लिया जाएगा।
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