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स्वतंत्रता दिवस पर सैम हॉस्पिटल का महाधमाका शिविर: निःसंतान दंपतियों को मिलेगी 50 हजार तक की छूट

सैम हॉस्पिटल ने जिले के सभी निःसंतान दंपतियों से अपील की है कि वे 15 अगस्त 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित महा शिविर में उपस्थित होकर इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं।
 

15 अगस्त को विशेष IVF शिविर का आयोजन

इंदिरा IVF तकनीक से इलाज पर 50 हजार तक की छूट

निःशुल्क परामर्श

चेकअप और अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध

चंदौली जनपद में स्वतंत्रता दिवस का पर्व इस बार खुशियों की सौगात लेकर आ रहा है। जिला मुख्यालय स्थित सैम हॉस्पिटल ने इस राष्ट्रीय पर्व को सामाजिक सरोकार से जोड़ते हुए एक नई पहल की है। अस्पताल प्रबंधन ने निःसंतान दंपतियों के लिए 15 अगस्त को विशेष "महा धमाका शिविर" आयोजित करने की घोषणा की है, जिसमें इंदिरा IVF के माध्यम से इलाज कराने वाले दंपतियों को ₹50,000  तक की विशेष छूट दी जाएगी। साथ ही, इस दिन निःशुल्क परामर्श, चेकअप और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाएं भी  निः शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।

निःसंतान दंपतियों के लिए उम्मीद की किरण

समाज में निःसंतानता एक संवेदनशील विषय है, जिसे लेकर दंपती मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से कई प्रकार की चुनौतियों से गुजरते हैं। ऐसे में सैम हॉस्पिटल द्वारा किया गया यह प्रयास न केवल चिकित्सा क्षेत्र में एक अभिनव पहल है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा एक बड़ा कदम भी है। अस्पताल ने इंदिरा IVF सेंटर के सहयोग से अब तक कई निःसंतान दंपतियों को मातृत्व और पितृत्व का सुख दिलाने में सफलता प्राप्त की है।

डॉ. अज़्मे ज़हरा, जो IVF विशेषज्ञ हैं, ने जानकारी दी कि जुलाई महीने में इलाज शुरू करने वाली 5 महिलाओं और अगस्त माह की 6 महिलाओं में मातृत्व के संकेत मिल रहे हैं, जो कि इस तकनीक की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि अब चंदौली जनपद के दंपतियों को भी बड़े शहरों की तरह IVF तकनीक का लाभ यहीं मिल रहा है और हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे लाभान्वित हों।

महा बचत शिविर: विशेष सुविधाएं और रियायतें

सैम हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर एस. जी. इमाम ने बताया कि 15 अगस्त को आयोजित इस महा बचत शिविर में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी इच्छुक दंपती पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकृत मरीजों को IVF इलाज में भारी छूट दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिविर के दिन पंजीकरण कराने वाले योग्य दंपतियों को उनके इलाज में ₹50,000 तक की रियायत दी जाएगी, जो कि निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिहाज से एक बड़ी राहत है।

संचालक ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस सिर्फ तिरंगा फहराने का दिन नहीं है, बल्कि लोगों को उनके जीवन में खुशहाली और स्वतंत्रता दिलाने का अवसर भी है। निःसंतानता एक मानसिक बंधन है, जिससे मुक्त करने के लिए हमारा यह प्रयास जारी रहेगा।

IVF तकनीक: विज्ञान की नई उपलब्धि

In Vitro Fertilization (IVF) यानी कृत्रिम गर्भधारण की यह तकनीक उन दंपतियों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिन्हें लंबे समय तक संतान सुख नहीं मिल पाया है। सैम हॉस्पिटल के सहयोग से इंदिरा IVF सेंटर की इस तकनीक का लाभ अब चंदौली जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग भी ले पा रहे हैं।

डॉ. अज़्मे ज़हरा ने बताया कि IVF प्रक्रिया के सफल होने की संभावना उम्र, स्वास्थ्य और सही समय पर इलाज शुरू करने पर निर्भर करती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।

जन-सामान्य से अपील

सैम हॉस्पिटल ने जिले के सभी निःसंतान दंपतियों से अपील की है कि वे 15 अगस्त 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित महा शिविर में उपस्थित होकर इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं। यह न सिर्फ एक चिकित्सा शिविर है, बल्कि जीवन में नई रोशनी और नई शुरुआत का अवसर है।

अस्पताल प्रबंधन का उद्देश्य न केवल संतानहीनता से जूझ रहे परिवारों को संतान सुख दिलाना है, बल्कि उन्हें मानसिक और सामाजिक तौर पर भी सहयोग प्रदान करना है। इस शिविर के माध्यम से समाज के उन वर्गों तक IVF तकनीक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, जो आर्थिक कारणों से अब तक इससे वंचित थे।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सैम हॉस्पिटल की यह पहल निःसंतान दंपतियों के लिए आशा की नई किरण है। यह कार्यक्रम न केवल चिकित्सा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है, बल्कि सामाजिक सरोकारों को निभाने की दिशा में भी एक सराहनीय कदम है। उम्मीद है कि यह शिविर जनपद के अनेक परिवारों के जीवन में खुशियों का नया अध्याय जोड़ने में सफल रहेगा।

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