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भारतीय स्टेट बैंक ने महिलाओं को बांटी सिलाई मशीन, मां मैत्रीयनी योगिनी संस्थान के माध्यम से 25 महिलाओं की मदद

चंदौली जिले के भारतीय स्टेट बैंक की ओर से प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को सीएसआर के अंतर्गत मां मैत्रीयनी योगिनी संस्थान के माध्यम से 25 महिलाओं को मुख्यालय स्थित राधा कृष्ण पैलेस में सिलाई मशीन का वितरण किया गया।
 

राधा कृष्ण पैलेस में सिलाई मशीन का वितरण

महिलाओं में आत्मनिर्भरता पैदा करने की कोशिश

मुख्य शाखा प्रबंधक निशांत श्रीवास्तव ने बढ़ाया हौसला

चंदौली जिले के भारतीय स्टेट बैंक की ओर से प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को सीएसआर के अंतर्गत मां मैत्रीयनी योगिनी संस्थान के माध्यम से 25 महिलाओं को मुख्यालय स्थित राधा कृष्ण पैलेस में सिलाई मशीन का वितरण किया गया। इसका शुभारंभ भारतीय स्टेट बैंक वाराणसी अंचल के प्रमुख  धीरज कुमार, उप महाप्रबंधक ने सिलाई मशीन देकर किया।


इस दौरान धीरज कुमार ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक आर्थिक रूप से देश के विकास में सर्वाधिक योगदान दे रहा है।साथ ही सामाजिक विकास के लिए भी जो कुछ अधिकतम कर सकता है, उसके लिए निरंतर प्रयासरत है। कहा कि जिन युवती और महिलाओं सिलाई मशीन दिया जा रहा है इससे वह आर्थिक रूप से समृद्ध होकर सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ा सकती हैं। वहीं उन्होंने वित्तीय साक्षरता पर भी जोर दिया। 


उन्होने कहा कि भारत सरकार योजना जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा लोन सहित तमाम योजनाओं के माध्यम से बैंक से जुड़कर सहयोग लेकर आत्मनिर्भर बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। निश्चित ही इसका लाभ आप सभी को लेना चाहिए। 

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मुख्य शाखा प्रबंधक निशांत श्रीवास्तव ने कहा कि अपने शरीर, अपने व्यक्तित्व, अपने विचार को स्वीकार करना ही आत्मनिर्भरता है आत्मनिर्भर भारत का मतलब ये नही कि हम किसी और के लिए दरवाजे बंद कर दे, बल्कि खुद को इस काबिल बनाना है कि हम किसी और पे आश्रित न हो और साथ ही दूसरों को सहारा दे।


इस दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक संजय कुमार चौधरी,  मुख्य प्रबंधक निशांत श्रीवास्तव, मां मैत्रियनी योगिनी संस्थान के सचिव यशवंत सिंह, मनोज कुमार उपस्थित रहे। संचालन भारतीय स्टेट बैंक के राजभाषा अधिकारी अभिनव विक्रम ने किया।

                                               

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