स्कूल छोड़ने वाले बच्चों के लिए शारदा अभियान, नौनिहालों को फिर से जोड़ने की तैयारी

शिक्षा का अधिकार दिलाने पर जोर
शारदा अभियान से जुड़ेगा चंदौली का हर ड्रॉप आउट बच्चा
स्कूल छोड़ चुके नौनिहालों को फिर मिलेगी शिक्षा
चंदौली जिले में के तहत शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का मौलिक अधिकार है और इसी संकल्प को साकार करने के लिए चंदौली में शारदा अभियान की शुरुआत की जा रही है। जिला शिक्षा विभाग द्वारा संचालित इस अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष की आयु के उन बच्चों की पहचान की जाएगी जिन्होंने किसी कारणवश स्कूल छोड़ दिया है या कभी स्कूल गए ही नहीं।

बताते चलें कि अभियान की शुरुआत 1 मई से हो रही है, जिसमें ऐसे बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें निकटतम परिषदीय विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाएगा। साथ ही उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष शिक्षण व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।
ब्लॉक संसाधन केंद्रों के समन्वय में शिक्षकों की टीम घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेगी और डेटा संकलित करेगी। बीईओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि “शारदा अभियान का उद्देश्य यह है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। हर आउट ऑफ स्कूल बच्चा अब स्कूल में नजर आए, यही हमारी प्राथमिकता है।”

अभियान की समयसीमा 31 अगस्त 2025 तक तय की गई है। इसके तहत न केवल बच्चों को स्कूल में प्रवेश मिलेगा, बल्कि उनके समुचित विकास के लिए विभिन्न शिक्षण गतिविधियां भी चलाई जाएंगी।
वहीं बीएसए सचिन कुमार ने बताया कि स्कूल छोड़ चुके नौनिहालों को फिर से शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिश की जाएगी। शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। इसलिए सरकार की मंशा के अनुरुप यह अभियान चलाया जाएगा।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*