तंबाकू का प्रयोग करने से बढ़ता है कैंसर, तंबाकू नियंत्रण जरूरी
प्रति 1 मिनट की दर से हो रही तंबाकू खाने वालों की मौत
नशे को छुड़ाने के लिए दवा उपलब्ध
अपने घर परिवार के लोगों को समझाने की जरूरत
चंदौली जिले में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ जनपद चंदौली के तत्वावधान में चंदौली हॉस्पिटल एवं एमडी नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के सभागार में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत कुमार एवं उनकी टीम ने मां सरस्वती के तैलचित्र की चरणों में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया। नर्सिंग कॉलेज के छात्र छात्राओं ने संस्कृतिक गीत व नाटक और जिले के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से तंबाकू नियंत्रण पर तमाम कार्यक्रम प्रस्तुत किए ।
छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए मनोचिकित्सक डॉक्टर नितेश सिंह ने कहा कि नशे की लत से व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है। जफरिया जैसा घातक रोग हो जाता है। जिसका उपचार दवा और सावधानी के माध्यम से ठीक किया जा सकता है ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि विश्व भर में तम्बाकू से होने वाली मौतें और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तंबाकू सेवन है। विश्व में लगभग 50 लाख लोग हर साल तंबाकू के सेवन से अपनी जान गवा देते हैं। प्रति दिन 65 सेकंड में एक धूम्रपान करने वाले व्यक्ति की मौत होती है।
आप छात्र छात्राओं से निवेदन है कि आपके घर में जो भी तंबाकू का सेवन करते हैं, उनको रोकने का प्रयास करें ।तभी जाकर सफलता मिल सकती है ।
इस दौरान डॉक्टर अभिषेक सिंह तम्बाकू नियंत्रण के जिला सलाहकार ने कहा कि जो नशा करने वाला व्यक्ति को अगर नशा नहीं मिलता है, तो वह बेचैन हो जाता है। उसको पाने के लिए वह कुछ भी कर सकता है। उसके नशे को छुड़ाने के लिए दवा व आत्मबल की जरूरत होती है। तंबाकू जानलेवा नशा है। इससे किसी भी कीमत पर बचना चाहिए ।
चंदौली हॉस्पिटल एवं एमडी नरसिंह पैरामेडिकल कॉलेज के प्रबंधक डॉ बृजेश कुमार वर्मा ने कहा कि तंबाकू एक बहुत ही भयंकर जानलेवा नशा है। लगभग हर साल लाभार्थी तंबाकू सेवन से मरते हैं जो कि टीवी एड्स और मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है । प्रतिदिन 22 सौ से अधिक भारतीय तंबाकू सेवन के कारण मरते हैं।
भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तंबाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं। लगभग 95% मुंह के कैंसर तंबाकू सेवन करने वाले व्यक्तियों में होते हैं।
2023 में धूम्रपान से मरने वालों की संख्या में कमी लाने के जागरूकता अभियान किया जाता है। धूम्रपान के अलावा तंबाकू सेवन के कई प्रकार हैं जैसे जर्दा, थैली, हुक्का ,गुटका ,तंबाकू ,सुर्ती बीड़ी सिगरेट की तरह से ही हानिकारक है ।
किशोरावस्था से ही तंबाकू सेवन करने से नपुंसकता पैदा होती है। तंबाकू के सेवन से मानसिक स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ता है। तंबाकू सेवन करने वाला व्यक्ति मानसिक रोगों से पीड़ित हो जाता है। तंबाकू के सेवन से न केवल कैंसर ही नहीं होता है, बल्कि हृदय रोग, मधुमेह, टीबी, लकवा, फेफड़े के रोग होते हैं।
तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ जनपद चंदौली की टीम में डॉ अवधेश कुमार ,अजय कुमार ,कुसुम मिश्रा, शिल्पी सिंह आदि लोग छात्र छात्राओं को संबोधित किए उक्त कार्यक्रम में कॉलेज के प्रधानाचार्य सुनील कुमार एवं विवेक कुमार, काजल मौर्य, शिखा सिंह ,कुमारी वाला, नम्रता कुमारी ,वीरेंद्र बिंद, भारती सिंह अनीता, अंकिता ,शुभम ,दिलीप कुमार ,संतोष यादव ,अभिषेक कुमार, लक्ष्मण, आकांक्षा सिंह, राघवेंद्र प्रताप, एएनएम तथा जीएनएम के तमाम छात्र और छात्राएं उपस्थित रहे।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*