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हल्दी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में है कारगर

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show आयुर्वेद में हल्दी को महत्वपूर्ण औषधि का दर्जा प्राप्त है। हल्दी का अलग-अलग तरीके से महत्व भी बताया गया हैं। मौजूदा समय में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में भी इसकी बड़ी भूमिका है क्योंकि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। इन्हीं गुणों को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने भी टिप्स के
 
हल्दी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में है कारगर

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आयुर्वेद में हल्दी को महत्वपूर्ण औषधि का दर्जा प्राप्त है। हल्दी का अलग-अलग तरीके से महत्व भी बताया गया हैं। मौजूदा समय में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में भी इसकी बड़ी भूमिका है क्योंकि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।

इन्हीं गुणों को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने भी टिप्स के रूप में दूध में हल्दी मिलाकर पीने की सलाह दी है। यह जानकारी क्षेत्र के कम्हरिया स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश पांडेय ने शनिवार को दीं।

उन्होंने बताया कि हल्दी मिले दूध के बहुत फायदे हैं। यह सर्दी-खांसी से दूर रखता है। हल्दी वाले दूध में मौजूद एंटीबायोटिक शरीर के फ्री रेडिकल सेल्स से लड़ते हैं। यही वजह है कि दूध में हल्दी मिलाकर पीने से बदलते मौसम में होने वाली सर्दी-खांसी,गले की खराश और मौसमी बुखार से छुटकारा मिलता है।

उन्होंने बताया कि हल्दी में मौजूद एंटीबायोटिक और दूध में मौजूद कैल्शियम दोनों मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इसीलिए किसी भी तरह का फ्रैक्चर होने पर भी इसे खासतौर पर हल्दी-दूध पीने की सलाह दी जाती है। वहीं हल्दी में छह प्रतिशत करक्यूमिन होता है जो शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है और बैक्टीरिया को मारने के साथ उसके प्रसार पर प्रभावी रोक लगाता है।

अंत में बताया कि एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों के चलते ही हल्दी आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल की जाती है। हल्दी में मौजूद अमिनो एसिड अच्छी नींद लाने में भी मदद करता है।

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