खसरा एवं रुबेला की रोकथाम के लिए टीकाकरण, विभाग चला रहा है अभियान
25 नवम्बर से 6 दिसम्बर तक चलेगा अभियान
जिले के केवल 6 ब्लॉकों में लगेगा टीका
5 वर्ष तक के बच्चों को लगेगा टीका
चंदौली जिले के चिन्हित ब्लाकों में खसरा एवं रुबेला केसों के रोकथाम हेतु टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। नवजात से लेकर 5 वर्ष तक के ऐसे सभी बच्चे, जिन्हें पूर्व में एमआर का टीका नहीं लगा है, उनको इससे आच्छादित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय ने बताया कि जनपद के सकलडीहा, धानापुर, चकिया, चहनियां, चन्दौली व बरहनी में खसरा एवं रुबेला केसों के रोकथाम हेतु 5 वर्ष तक के ऐसे सभी बच्चों को टीका लगाने का अभियान चल रहा है। ऐसे बच्चे, जिन्हे पूर्व में एमआर का टीका नहीं लगा है, उनको 25 नवम्बर 2024 से 6 दिसम्बर, 2024 की अवधि में एमआर कैचअप राउण्ड चलाकर एमआर-1 व एमआर-2 का टीका लगाया जाना है।
इस दौरान अन्य टीकों से छूटे हुए बच्चों को भी सम्बन्धित क्षेत्र के नियमित टीकाकरण सत्रों पर टीका लगाया जायेगा। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा विस्तृत कार्ययोजना बनायी जा रही है। चयनित ब्लाकों में 06 नवम्बर से 14 नवम्बर तक हेड काउन्ट सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद 25 नवम्बर, 2024 से 06 दिसम्बर, 2024 बच्चों को एमआर-1 व एमआर-2 का टीका लगाया जायेगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाईके राय ने बताया कि खसरा एक बेहद संक्रामक वायरस है। इसके लक्षणों में तेज बुखार एवं त्वचा पर गम्भीर चकत्ते हो जाते हैं। जब कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती दौर में रुबेला वायरस से संक्रमित होती है, तो उसके भ्रूण में वायरस फैलने का खतरा बना रहता है। इससे गर्भपात, मृत जन्म या गम्भीर जन्म दोष हो सकते हैं, जिन्हें जन्मजात रुबेला सिन्ड्रोम (सीआरएस) कहा जाता है। दिसम्बर तथा जनवरी के महीने में खसरा बढ़ने की सम्भावना अधिक रहती है। इसकी रोकथाम वैक्सीन लगाकर की जा सकती है। जनपदवासियों से अपील है कि यदि उनके 5 वर्ष तक के बच्चों को एमआर का टीका नहीं लगा है, तो इस अभियान के दौरान बच्चों का टीकाकरण अवश्य करा लें।
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