फिर बिगड़ गया मौसम, बारिश होने की है आशंका, धान की फसल को बचाने में जुटे किसान
मंगलवार को फिर मौसम बिगड़ गया। सुबह से ही आसमान में बादल छाने और हवाओं के चलने से ठंड का असर बढ़ा है, वहीं बारिश की आशंका से किसान अपनी धान की फसल को बचाने में जुटे हुए हैं।
चक्रवात के असर से बदला मौसम
किसानों के चहेके पर शिकन
धान की फसल बचाने की जद्दोजहद
धान बेंचने में भी होगी मुश्किल
बढ़ जाएगी दान की नमी
चंदौली जिले में मंगलवार को फिर मौसम बिगड़ गया। सुबह से ही आसमान में बादल छाने और हवाओं के चलने से ठंड का असर बढ़ा है, वहीं बारिश की आशंका से किसान अपनी धान की फसल को बचाने में जुटे हुए हैं।
मौसम विज्ञानी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने से मौसम में बदलाव आया है। सात दिसंबर तक इसी तरह मौसम बने रहने और बारिश होने का अनुमान है। मौसम के उतार चढ़ाव से जहां लोग सर्दी खांसी से पीड़ित हो रहे हैं वहीं किसानों की चिता भी बढ़ गई है। मौसम के अचानक करवट लेने से किसान धान की कटाई से लेकर मढ़ाई में जुटे हुए है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों हुई बारिश से किसानों का धान भींग गया था। बीच में धूप खिली तो राहत मिल गई। लेकिन बादल छाने के बाद धान को सुरक्षित करने में किसान फिर जुट गये। मंगलवार से फिर मौसम में आए बदलाव से किसान परेशान हो गए है। खेत से लेकर खलिहान तक वे अपनी फसल और धान को बचाने में जुटें है। बारिश हो गई तो किसानों का धान बर्बाद होगा। वहीं गेहूं की बोवाई भी पिछड़ जाएगी। इससे काफी नुकसान होगा। मंगलवार को जिले में अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात से नमी बढ़ गई है। इससे वायुमंडलीय स्थिरता के प्रभाव से एक से दो दिनों के दौरान चंदौली व वाराणसी समेत प्रदेश के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में कुछ स्थानों पर सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा पड़ने की आशंका है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात का प्रभाव होने से 6-7 दिसंबर को विंध्य एवं आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। सुबह वाराणसी और चंदौली में कोहरा के चलते दृश्यता 50 मीटर तक दर्ज की गई।
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