जब पैसा लेकर आइए तब मिल जाती है शराब, नए अंदाज में चलता है कंदवा का ठेका
सुबह ही शटर उठाकर हो रही शराब की बिक्री
प्रशासन मौन
कर्मनाशा नदी के तटवर्ती इलाकों में धड़ल्ले से बिहार बेची जा रही शराब
नियम को ताक पर रख सेल्समैन कर रहा धंधा
जेब करने के चलते नहीं होती है कार्रवाई
चंदौली जिले में प्रशासन के लाख उपाय और नकेल कसने के बावजूद भी शराब की तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रहा है। यूपी के कर्मनाश नदी के तटवर्ती इलाके में शराब धड़ल्ले से बिहार बेची जा रही है। इधर कंदवा अंग्रेजी शराब का ठेका सुबह में ही खुल जा रहा है और शौकीन लोगों की जमावड़ा लग जा रहा है। अंग्रेजी शराब ठेका के सेल्समैन ने प्रतिदिन सुबह में शटर उठाकर लोगों को शराब बेच रहा था और शराब का भुगतान सेल्समैन नकद सहित स्कैनर पर भुगतान करा रहा है। वह डिमांड को देखते हुए सबेरे सप्लाई करने लगता है।
शराब की दुकान को सुबह दस बजे खुलने का निर्देश है, लेकिन शराब की दुकान सुबह में ही खुल खोल दिए जाते हैं और ग्राहकों भीड़ लग जाती है। सुबह में उन्हें ऊंचे दामों में बेचीं जाती है। इस धंधे को शराब माफिया बखूबी अंजाम दे रहे हैं। वहीं सेल्समैन भी मानक की अनदेखी व सेलिंग के नियम कानून ताक पर रखकर इस कार्य में लगे हुए हैं।
कहा जाता है कि बिहार में शराब बंदी को देखते हुए प्रशासन सख्त है और कहने को अवैध शराब की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। पुलिस इस पर पैनी नजर रख रही है। फिर भी तस्कर तूं डाल डाल में पात पात की तर्ज पर आंख में धूल झोंक रात दिन शराब की खेप बिहार पहुंचा रहे हैं। बाइक, स्कूटी, साइकिल से भी शराब ढोयी जा रही है। वहीं कुछ शराब पीने के लिए बिहार से यूपी की सीमा मेें आ जाया करते हैं।
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