ऑटो ड्राइवर की हत्या का खुलासा, किराए के विवाद में हुयी थी हत्या
ऐसे रची गयी थी हत्या की कहानी
चकिया क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भटवारा कला के पास हुयी थी युवक की हत्या
हत्या में प्रयुक्त सब्बल व पाइप भी गांव के पास से बरामद
चंदौली जनपद की चकिया कोतवाली पुलिस ने ऑटो चालक की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए कर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है, जिसमें दो नाबालिक अपराधी भी शामिल हैं। वाराणसी से दलहट जाने के लिए किराए पर ऑटो लेकर पैसा ना देने की विवाद में इसका हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है ।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि पकड़े गए हथियारों में चकिया कोतवाली क्षेत्र के ट्रैक्टर पर गांव के रहने वाले विजेंद्र कुमार और पंकज कुमार शामिल है जिन्होंने दो नाबालिक युवकों के साथ मिलकर इस घटना का अंजाम दिया हुआ है।
आपको बता दें कि 19 मई 2024 को सुबह साढ़े 5 बजे थाना चकिया अंतर्गत भटवारा कला के ग्राम प्रधान द्वारा थाने पर सूचना दिया गया कि ग्राम भटवारा कला दुलहिया दाई मंदिर के सामने खेत में एक अज्ञात युवक का शव पड़ा है। इस सूचना पर तत्काल थानाप्रभारी चकिया द्वारा मौके पर पहुंकर शव की पहचान करने का प्रयास किया गया। बरामद शव की पहचान 21 साल के आदर्श मिश्रा पुत्र गिरीश मिश्रा के रूप में हुयी। मृतक रामनगर वाराणसी का रहने वाला था। इसके बाद मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी गयी थी।
इस घटना में मृतक के भाई अभिषेक मिश्रा पुत्र गिरीश मिश्रा के द्वारा दी तहरीर के आधार पर मुदकमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू करायी गयी। मामले में क्षेत्राधिकारी चकिया आशुतोष के कुशल पर्यवेक्षण में उपरोक्त घटना के जल्द-जल्द अनावरण हेतु 03 टीमों का गठन करके कार्य शुरू किया गया और तीसरे दिन घटना का खुलासा हो गया।
मृतक आदर्श मिश्रा जो आटो चलाता था। दिनांक 18 मई 2024 सायंकाल 07.30 बजे अपने आटो रिक्सा से भाडे पर दो व्यक्तियो को अदलहाट मिर्जापुर जाने हेतु आटो स्टैण्ड लंका से लेकर जा रहा था और मुझसे रामनगर किले के पास मिलकर बोला कि मै अदलहाट सवारी लेकर जा रहा हूँ। वादी के भाई आदर्श के घर वापस न आने पर पिता द्वारा थाना रामनगर पर जाकर गुमशुदगी करवाया गया था। दिनांक 18.05.2024 की रात 09.37 बजे वादी के मोबाईल पर आदर्श द्वारा फोन-पे पर भाड़ा प्राप्त होने के लिए फोन किया गया इसी दौरान आटो में सवार लोगों से विवाद की भी आवाज आ रही थी। उसके वादी के भाई आदर्श का मोबाइल बन्द हो गया था। दिनांक 19.05.24 को थानाक्षेत्र चकिया में आदर्श का शव बरामद होने पर थाना चकिया पर मु0अ0सं0 86/24 धारा 302/34 भादवि पंजीकृत किया गया। घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा 3 टीमों का गठन कर अनावरण के निर्देश दिए गए थे।
पुलिस ने 21 मई 2024 को मुकदमा अपराध संख्या 86/24 धारा 302/34 भादवि थाना चकिया जनपद चन्दौली से सम्बन्धित अभियुक्तों में विजेन्द्र कुमार पुत्र रामलाल और पंकज कुमार पुत्र स्व. रूपचन्द के साथ बैरी बाजार के बाहर शेरवा जाने वाले मार्ग से पकड़ कर विधिक कार्यवाही शुरू की। ये लोग टकटकपुर गांव थाना चकिया के रहने वाले हैं। उनके साथ दो नाबालिग भी पकड़े गए हैं, जिनकी उम्र साढ़े 17 साल और 16 साल बतायी जा रही है।
पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि वे सभी लोग 17 मई को नासिक से बनारस पहुंचे थे, तथा वह अपने मित्र अंश के यहां मारूति नगर में रूके थे। उसने एक बाल अपचारी को फोन किया कि बनारस मे काम करेंगे, परन्तु हम लोगों को कोई काम नहीं मिला तो हम लोग कैंट स्टेशन से लंका आटो स्टैंड तक आये और वहां से वापस अपने घर आने के लिए रिजर्व आटो तय करने लगे तो वहां पर 700 और 800 रूपये से कम कोई भी आटो चालक अदलहाट जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे था।
इसके बाद एक आटो चालक 600 रूपये मे अदलहाट जाने को तैयार हुआ, जिसपर हम लोग बैठकर अदलहाट आ रहे थे कि रामनगर किले के पास साहनी लस्सी की दुकान के सामने आटो चालक का भाई मिला। जिसको आटो चालक ने बताया कि वह सवारी लेकर 600 रूपया में अदलहाट जा रहा हूँ । उसने हम लोगो को आटो मे झांककर देखा और अपने भाई को मना किया कि रात के समय इतना दूर मत जाओ, लेकिन वह नहीं माना और हम लोगो को लेकर अदलहाट चल दिया।
हम लोगो के पास केवल 150 रूपये था। हम लोग टोल टैक्स से 100 मीटर आगे जाकर एक अंडे की दुकान पर एगरोल खाने के लिए आटो रूकवाया तो आटो वाला पानी लेने चला गया, उसी समय करीब 8 बजे शातिर नाबालिग ने अपने मोबाइल से अपने मित्र विजेन्द्र पर फोन करके दो लड़को के साथ शेरवा आने के लिए बोला, क्योकि हम लोगों के पास पैसे नहीं थे। इसलिए हम लोगोम ने सोचा कि आटो वाला पैसा न देने पर विवाद करेगा। जब हम लोग अदलहाट के करीब पहुंचे तो पुनः नाबालिग के द्वारा विजेन्द्र को फोन करके दुलहिया माता मंदिर के पास बुलाया गया। हम लोग शेरवा पहुंचने वाले थे तो आटो चालक ने बोला कि मैं शेरवा से आगे नहीं जाऊंगा । इस बात पर हम लोग आगे जाने के लिए कहे तो हम लोगों से गाली गलौज तथा हाथापाई पर उतर आया। तो हम लोगों ने आटो चालक को जान से मारने की तैयारी कर लिया तथा आटो चालक के ही मोबाइल से दूर हटकर अपने दोस्त विजेन्द्र के पर बताये तो विजेन्द्र द्वारा उसे 100 रूपये अधिक देने का लालच देकर दुलहिया माता मंदिर के पास आने के लिए कहा गया ।
जब हम लोग दुलहिया माता मंदिर के पास पहुंचे तो विजेन्द्र अपने साथी पंकज कुमार को लेकर लोहे की पाइप व सब्बल के साथ खडा था। जब हम लोग उतरे तो आटो चालक द्वारा हम लोगों से पैसा मांगा गया तो मेरे द्वारा पेटीएम का नंबर मांगा गया तो उसने अपने भाई का मोबाइल नंबर दिया गया जिसपर अपचारी अभियुक्त (3) ने फर्जी तरीके से 600 ट्रांसफर कर देने की बात बतायी तो उसने अपने भाई को फोन करके पूछा तो उसके भाई ने बताया कि पैसा नहीं आया तो इस बात पर आटो चालक हम लोगो से पुनः वाद विवाद करने लगा। इस पर सभी लोगों ने मिलकर अभियुक्त के सिर पर सब्बल व पाइप से प्रहार कर हत्या कर दिया तथा हत्या में प्रयुक्त सब्बल व पाइप ले जाकर हम लोग विजेन्द्र के गांव टकटकपुर में खलिहान मे बने भूसे की झोपडी मे छिपा दिये और आटो को लेकर नहर के किनारे छोड़कर चले गये । आटो चालक की मोबाइल का सिम निकालकर तोडकर दूर खेत मे फेंक दिया।
इनको पकड़ने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी अतुल कुमार प्रजापति, उपनिरीक्षक गिरीशचन्द्र राय, अवधेश यादव, हेड कांस्टेबल जलभरत यादव, दीपचन्द्र गिरी, अरूण गिरी, प्रभात यादव, महिला कांस्टेबल सोनम शामिल थे।
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