कंपोजिट विद्यालय रैपुरा में चोरों ने उड़ाया लाखों का सामान, पुलिस दे रही अलग दलील
मौके पर जांच के लिए पहुंचे दारोगाजी
कर रहे हैं मौके का निरीक्षण
चंदौली जिले की सकलडीहा कोतवाली पुलिस स्कूलों में हो रही चोरियों के मामले को दर्ज करने में आनाकानी कर रही है और अध्यापकों को तरह तरह की नसीहत देकर मामले को मौखिक तौर पर निपटाने की जुगत लगाती रहती है। ताजा मामला सकलडीहा विकास खण्ड के नीति आयोग से आच्छादित विद्यालय कंपोजिट विद्यालय रैपुरा का है, जहां पुलिस मुकदमा दर्ज करके चोरों को पकड़ने के बजाय एक अलग तरह की दलील दे रही है।
बताया जा रहा है कि कंपोजिट विद्यालय रैपुरा में सोमवार की रात चोरों एक लाख से अधिक का समान चोरी कर लिया गया है। मंगलवार को सबेरे स्कूल खुलने पर चोरी का पता चला है। चोरों चहारदिवारी डाककर कार्यालय और उससे सटे कमरे सहित रसोई का ताला तोड़ कर ढेर सारा सामान गायब कर दिया है |
बताया जा रहा है कि कार्यालय से कम्प्यूटर, सीपीयू , माउस, कीबोर्ड, बगल वाले कमरे 6 बड़ी बैटरी, 10 केबीए का स्टेबलाइजर भी चुरा ले गए हैं। साथ ही कार्यालय में रखा जग, बिस्कुट और रेनकोट तक भी उठा ले गए हैं।
स्कूल के प्रधानाध्यापक देवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूल के समानों की सुरक्षा के लिए ताला लगवाया गया था। चोरी की सूचना 112 नम्बर को दिया गया तो मौके पर मौका मुआयना के लिए हल्का इंचार्ज श्रीप्रकाश गिरी तो पहुंचे और कहने लगे कि एक आदमी को स्कूल में रखकर सामानों की निगरानी करानी चाहिए, पुलिस कहां-कहां जाएगी और क्या क्या देखेगी।
वहीं मामले में विभाग के खण्ड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार राय ने कहा कि एक सप्ताह पहले तेनुवट में चोरी हुई थी पुलिस FIR नहीं लिख रही है। कहती है डाक से भेजिए। इसी तरह की एक और चोरी कम्पोजिट विद्यालय हेतमपुर पर दस दिन पहले हुई थी, लेकिन पुलिस की दिलचस्पी न लेने से चोरों का हौसला बढ़ता जा रहा है। इसमें गांव के भी कुछ नवयुवकों का हाथ हो सकता है, जो कहीं न कहीं चोरी की घटनाओं में लिप्त रहे हैं।
गांव वालों की माने तो अगल बगल के चोरों द्वारा ही स्कूल में चोरी की जा रही हैं। कोई बाहरी चोर नहीं आ रहा है। पुलिस की दिलचस्पी न लेने से चोरों का मन हौसला बढ़ा हुआ है।
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