खाकी का नया खेल : न्याय की गुहार लगाने वाले को भी बलुआ पुलिस ने भेजा जेल
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चन्दौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र स्थित पूरा विजई गांव में अपहरण की नियत से आए हुए व्यक्ति को ग्रामीणों व परिजनों ने धर दबोचा और बलुआ पुलिस को सुपुर्द किया। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता व अपहरण कर करने आए हुए व्यक्ति का केवल 151 में चालान कर मामले की लीपापोती में जुट गयी। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सेामवार की देर शाम को मासूम बच्चों के अपहरण के नियत से आये अपहरणकर्ता को ग्रामीणों ने धर दबोचा । ग्रामीणों की सूचना पर महुअरकलां चौकी प्रभारी लल्लन राम दीन मौके पर पहुंचकर पर अपहरण की नियत से आए हुए व्यक्ति वह शिकायतकर्ता को पकड़कर थाने ले आए, जहां पुलिस द्वारा अपहरण का मुकदमा दर्ज ना करते हुए शिकायतकर्ता व अपहरण की नियत से आए हुए अभियुक्त के खिलाफ 151 का मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही कर दी।
पुलिक की हरकत से ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ भारी आक्रोश बना हुआ है, क्योंकि पुलिस से न्याय की गुहार लगाने वालों का विश्वास टूटता जा रहा है।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि लगभग आधे घंटे के बाद महुअर चौकी इंचार्ज मय पुलिस फोर्स के साथ आकर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर थाने ले आये और सबसे मजेदार बात यह कि अपहरणकर्ता के पास रखा नशीला पाउडर छुपा कर लीपापोती कर गये । इस मामले में उल्टे ही सूचित करने वाले युवक किशन कुमार गोड़ को भी पुलिस थाने ले आई और बन्द कर 151 में मुकदमा पंजीकृत करते हुए उसे जेल भेज दिया।
इस संबंध में परिजनों का कहना है कि सूजाबाद पड़ाव निवासी किशन कुमार गोंड अपने दो भांजे नन्दनी ( 8 ) शिवम ( 5 ) पूरा बिजई ननिहाल में पहुचाने आया था कि उसी गांव निवासी अनन्यु अग्रहरी शाम को बच्चों के अपहरण की नियत से पूरा बिजयी गांव में आया और रात्रि होते ही दोनों बच्चों को बहलाने फुसलाने लगा। तभी परिजन व किशन गोड़ ने देख लिया और शोरगुल की आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गये और उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
इस संबंध में यह भी बताया जाता है कि बिगत एक वर्ष पूर्व 17जून के अनन्य अग्रहरी और दो बच्चो की मां, जो उसकी प्रेमीका है। उससे मिलकर पड़ाव राजघाट एक झाड़ी में दोनों बच्चों को मारने की नियत से गला दबते ही बच्चे चिल्लाने लगे। संयोग से आदमपुर पुलिस गश्त के दौरान आ गयी और आवाज सुनकर वे मौके पर पहुंच गये। उसे पकड़कर कर जेल भेज दिया था।
कुछ महीने बाद वह जेल से बाहर आ गया और फिर दोनो बच्चों का हत्या के उद्देश्य से अपहरण करने आया था ।
इस संबंध में बलुआ थाना प्रभारी सत्येंद्र यादव का कहना है कि दोनों के खिलाफ 151 की कार्यवाही की गई है क्योंकि इस मामले की जानकारी नहीं थी मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में गांव के प्रधान द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा चौकी इंचार्ज को फोन कर सूचना दी गई थी और उन्हें अपहरण की बात भी बताई गई थी तथा बच्चों की मां जो अपहरणकर्ता की प्रेमिका गायब होने की भी बात कही गई थी, लेकिन पुलिस ने किस मनसा से कार्यवाही की है.. यह तो चौकी प्रभारी ही बता सकते हैं।
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