चंदौली कोतवाली में सक्रिय हैं चोर और उचक्के का गैंग, चोरों लगाम लगाने में फेल है पुलिस

कप्तान साहब कौन करेगा चोरी का खुलासा
सदर कोतवाली क्षेत्र में उचक्के का आतंक
चोरियां के खुलासे में ढीली है कोतवाली पुलिस
चंदौली जिले के सदर कोतवाली अंतर्गत चोर और उचक्के का गैंग सक्रिय हो गया है, वही पुलिस की निष्क्रियता यह है कि क्षेत्र के हुई चोरियों का खुलासा करना तो दूर किसी घटना का सुराग तक नहीं लगा सक रही है। जिससे अज्ञात चोरों का मन बढ़ा हुआ है। लेकिन इन चोरियां के खुलासा करने के लिए कप्तान साहब को ध्यान देना चाहिए, जिससे चोरी रूक सके।

आपको बता दें कि सदर थाना क्षेत्रों में चोरों व उचक्के की वारदातें शवाब पर हैं हर दिन कहीं ना कहीं चोरी हो रही है, लगता है जैसे अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर यह शातिर चोर किसी शहंशाह की तरह निकल रहे हैं। चोर लाखों का माल लेकर फरार हो जाते हैं। वही सदर पुलिस की निष्क्रियता यह है कि क्षेत्र में हुई चोरियों का खुलासा करना तो दूर किसी घटना का सुराग तक नहीं लगा सक रही है। इससे चोरों का मन बढ़ा हुआ है।
2 लाख के गहने उठा ले गए उचक्के
29 जनवरी को करीब 2 बजे सदर थाना अंतर्गत गंगा रोड के समीप एक महिला माया देवी जो अपने मायके परिवार से मिलने के लिए जा रही थी, रास्ते में अज्ञात दो से तीन लोग बाबा बनकर महिला को भ्रमित कर लगभग 2 लाख का आभूषण लेकर फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 30 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया।
तीन दिन बाद लिखा गया मुकदमा
27 जनवरी को मसऊद खान जो शाहबगंज थाना पखनपुरा के निवासी हैं। अपनी मोटरसाइकिल से वकील साहब से मिलने के लिए कचहरी गेट बबुरी रोड के समीप खड़ा कर दिया। जब अपनी मोटरसाइकिल लेने पहुंचे तो जिस स्थान पर खड़ी किए थे, उस स्थान से अज्ञात चोर चुरा ले गए। इसके बाद तत्काल सूचना 112 पर दिया। जबकि सदर पुलिस ने 30 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया।
27 दिसंबर को धूरीकोट निवासी कृष्णानंद यादव के घर पर अज्ञात चोरों ने 30 हजार नगदी व सीकरी, अंगूठी सोने, करधनी चांदी ,नथिया,मांटिक का सोने का पायल चांदी का आभूषण चुरा ले गए थे, इसके बाद पुलिस ने 13 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया।
घटना के बाद कई लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन अब भी चोरों का सुराग नहीं मिल पाया है। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की असफलता को दिखाती है।
मुकदमा लिखकर सो गई पुलिस
जफरपुरवा निवासी बाबूलाल 26 सितंबर 2024 को लगभग 11बजे मुकदमा देखने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से कचहरी गए हुए थे। उसके बाद मुकदमा देखकर अपनी मोटरसाइकिल वाले स्थान पर पहुंचे। देखा कि सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिल मौके से गायब है। आसपास काफी खोजबीन के बाद बाबूलाल 26 सितंबर को चंदौली सदर थाने में प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन सदर थाने में बाबू लाल को एफआईआर तक दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद वाहन स्वामी ने प्रार्थना पत्र लेकर 9 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद 17 अक्टूबर को वाहन स्वामी घटना की सूचना दोबारा पुलिस अधीक्षक को दिया। उसके बाद जब सुनवाई नहीं हुई तो वाहन स्वामी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद 23 अक्टूबर को चंदौली सदर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।
क्या चोरों का यह सदर पुलिस को खुल्लम-खुल्ला चैलेंज है कि अपराध तो हम करेंगे रोक सको तो रोक लो। वहीं पुलिस की निष्कर्ता यह है कि खुलासा करना तो दूर चोरी रोकने में नाकाम साबित हो रही है जिससे कई घरों के लोग डर गए हैं।
महिला के उचक्के के संबंध में सीओ सदर राजेश राय ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है। पता करता हूं।
यह घटना पुलिस की नाकामी को उजागर करती है। लोग अक्सर यह सोचते हैं कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद ऐसी घटनाएँ घटित होती हैं, तो सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगते हैं। यह भी देखा गया है कि उचक्के की घटनाओं पर प्रभावी तरीके से रोकथाम के बजाय पुलिस कार्रवाई करने में समय लेती है, जिससे उचक्के को मौका मिल जाता है।
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