केवल 30 साल की उम्र में दर्ज हैं 10 मुकदमे, जानिए कौन है शातिर अपराधी धीरज राय
कोर्ट में पेशी पर आए अजीत नाम के अपराधी से मिलने की कोशिश
पुलिस ने रोका तो कर लिया भिड़ंत
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कट्टा बरामद कर भेजा जेल
चंदौली जनपद में जिला न्यायालय के पास एक अपराधी के द्वारा पुलिस से उलझने के मामले के बाद उसको हिरासत में लेकर जब पूछताछ किया गया तो उसने पुलिस को झांसा देकर बचने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया और थाने लाकर पूछताछ की तो पता चला कि यह शातिर अपराधी धीरज राय है, जो कोर्ट में पेशी के दौरान जेल में बंद अपराधियों से मिलने के लिए आया था।
आपको बता दें कि धीरज राय नाम का यह शातिर अपराधी धानापुर थाने के गुरेहूं गांव का रहने वाला है, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष है। इतनी कम उम्र में ही इसके खिलाफ चंदौली जनपद के सकलडीहा, चंदौली, धानापुर, बलुआ के साथ-साथ सोनभद्र और गाजीपुर जनपद में 10 मुकदमे दर्ज हैं। अपनी गिरफ्तारी के बाद यह अभियुक्त काफी देर तक पुलिस को झांसा देते हुए अपना नाम और पता बदल बदल कर बताने की कोशिश की और कहा कि उसके ऊपर अलग-अलग थानों में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
धीरज राय ने पुलिस को बताया कि जेल बंद रहने के दौरान उसकी कई शातिर अपराधियों से उसकी दोस्ती हुई थी। उन्हीं दोस्तों में से एक अजीत नाम के अपराधी की शनिवार को जिला मुख्यालय पर पेशी थी। उसी से मिलने और उसका हालचाल लेने के लिए वह कैदी वाहन के पास गया था, जहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस वालों ने उसे रोका तो उसकी पुलिस वालों से कहासुनी हो गयी। इस दौरान वह अपने साथी को कुछ सामान देने की कोशिश की तो इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
धीरज राय की गिरफ्तारी के बाद सकलडीहा तिराहा ओवर ब्रिज के नीचे से तमंचा और कारतूस छिपाकर रखने की बात बताइ, जिसे उसकी निशानदेही पर बरामद किया गया और उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया।
उसको गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह के अलावा कस्बा चौकी प्रभारी राजकुमार पांडेय और कांस्टेबल चंदन वर्मा तथा देवेश कुमार मौर्या शामिल थे।
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