अब DDU जंक्शन पर GRP सिपाहियों ने यात्रियों को लूटा, 4 को किया गया सस्पेंड
डित दीनदयाल उपाध्याय नगर की जीआरपी के दामन पर दाग
चार सिपाहियों ने यात्रियों को पीटकर की वसूली
पेटीएम से खाते में मंगाए 99 हजार रुपए
जानिए किस तरह से पकड़े गए चारों सिपाही
चंदौली जिले में पुलिस की बदनामी का किस्सा हर दिन एक-एक करके उजागर हो रहा है। चंदौली जनपद पुलिस के बाद अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की जीआरपी के दामन पर रेलयात्रियों की जबरन पिटाई कर पैसे वसूलने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक रेलवे ने चार सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। साथ ही साथ सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह को मामले में जांच पड़ताल करने की बात कही है।
सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि चतरा झारखंड निवासी मिथिलेश कुमार अपने मित्र धर्मेंद्र प्रजापति के साथ वाराणसी घूमने के लिए निकले थे। दोनों बुधवार की रात जम्मूतवी एक्सप्रेस से जैसे ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे जंक्शन पर पहुंचे और प्लेटफार्म पर उतर कर कुछ सामान लेना चाह रहे थे। तभी जीआरपी के चार सिपाहियों ने उनको पकड़ लिया और ट्रेन की बोगी में ही बंधक बनाकर उनकी पिटाई की और उनको छोड़ने के एवज में पेटीएम से 99 हजार रुपए की वसूली की। इस पैसे को अपने एक साथी के खाते में मंगवाए।
इसके बाद रेल यात्रियों ने इसकी शिकायत एडीजी ए. सतीश गणेश से की। तब जाकर यह मामला उजागर हुआ और कार्यवाही हुई है। इस मामले में रेलवे की एसपी अष्टभुजा सिंह और सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने रेलवे जंक्शन पर पहुंचकर पुलिसकर्मियों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद जांच में दोषी पाए जाने वाले जीआरपी के चार सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर दिया है।
मामले की जानकारी देते हुए सीओ साहब ने बताया है कि जीआरपी के चार सिपाहियों में संजय यादव, अजीत सिंह, प्रकाश सिंह और अखिलेश पासवान को यात्रियों से पैसे की वसूली करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है और इनके 330, 342 और 394 आईपीसी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। अधिकारियों यह भी बताया है कि पवन पांडे नाम के एक व्यक्ति के खाते में पुलिस के इन सिपाहियों ने 99 हजार रुपए मंगाए थे। जांच के दौरान उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जा रही है।
आपको बता दें कि चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने एक दिन पहले ही सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र की नई बाजार पुलिस चौकी में तैनात चौकी प्रभारी भूपेश कुशवाहा और उनके दीवान को जेल भेज दिया था। मामले में सख्त कार्यवाही करते हुए रिश्वतखोरी व वसूली में शामिल पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाही की थी, लेकिन जीआरपी के अधिकारियों ने दामन दागदार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ केवल निलंबन की कार्रवाई की है।
अब देखना यह है कि किस तरह से इस मामले को किस तरह से हल करते हैं या फिर मामले में केवल खानापूर्ति की जाती है और कुछ दिनों के बाद सभी की बहाली करके मामले को निपटा दिया जाता है।
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