खूबसूरत महिलाओं को बनाता था शिकार, फिर गहने लेकर हो जाता था फरार
ठगी के मामले में कई मुकदमे दर्ज
पहले भी जा चुका है जेल
इस तरह से नौकरी के नाम पर लुट जाती हैं महिलाएं
चंदौली जिले की धानापुर पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा जो महिलाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का जाल फैला रखा था। इस पकड़े गए ठग के पास से 43 हजार नगदी सहित तमंचा और करीब ढाई लाख के गहने बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि पकड़े जाने के बाद बुधवार को सीओ कार्यालय में इस जालसाज को पेश किया गया, जहां से सीओ साहब ने पूछताछ के बाद ठग को जेल भेज दिया गया। पकड़ा गया आरोपी इसके पहले भी जेल की सजा काट चुका है। अपनी हरकतों से वह फिर जेल चला गया।
सीओ ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सूरज शमीम उर्फ सूरज यादव वाराणसी के मंडुवाडीह स्थित बीएलडब्ल्यू जलालीपट्टी का निवासी है। वह वर्तमान में बलुआ थाना क्षेत्र के निधौरा अपने ससुराल में रहता था। आरोप है कि महिलाओं के आभूषण देखकर उनका पैर छूकर आशीर्वाद लेते हुए झांसे में ले लेता था फिर नौकरी दिलाने के नाम पर सारे आभूषण लेकर फरार हो जाता था।
बीते तीन नवंबर को धानापुर के पूराचेता दूबेपुर की निवासी उमरावती देवी को सकलडीहा कचहरी में नौकरी दिलाने के नाम पर आभूषण लेकर फरार हो गया था। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी थी।
इसी बीच इस फ्रॉड के इलाके में मिलने की सूचना पर आरोपी को धानापुर क्षेत्र के एक स्कूल के समीप से बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपी के पास से तमंचा, कारतूस और 43 हजार नगदी सहित करीब ढ़ाई लाख के आभूषण बरामद हुए हैं। बताया कि आरोपी के खिलाफ सकलडीहा कोतवाली सहित वाराणसी में कई मुकदमे दर्ज हैं।
लूटने के बाद देता था 500 रुपये
पकड़ा गया ठग सूरज शमीम कभी कमिश्नरी कार्यालय, कभी रेलवे तो कभी तहसील में नौकरी दिलाने के नाम पर महिलाओं के गहने उतरवा लेता था। कहता था कि गरीब बनकर चलोगी तो अधिकारी भी रहम करेगा। इसलिए सारे आभूषण निकलवाकर एक बैग में रखवाता था। जाने से पहले महिलाओं को किराए के नाम पर पांच सौ रुपये देकर फरार हो जाता था।
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