बेवजह मूर्ति लगाने के विवाद में जेल गए प्रधानपति, बिसौरी गांव का मामला
बिसौरी गांव में बंजर भूमि पर प्रतिमा लगवाने की कोशिश
लोगों से इकट्ठा किया था चंदा के नाम पर पैसा
प्रधानपति को लेकर की गयी थी शिकायत
चंदौली जिले के सदर विकासखंड के बिसौरी गांव में बंजर भूमि पर प्रतिमा लगवाने के नाम पर पहले ग्रामीणों से प्रधानपति ने चंदा लिया और इसके लिए ग्रामीणों ने खुशी से प्रतिमा के लिए पैसे भी दान किए, लेकिन कहा जा रहा है कि प्रधानपति की नीयत में खोट निकल गयी। प्रतिमा स्थापित होने के बाद फिर से प्रतिमा को मौके से हटा लिया गया। प्रधानपति की इस हरकत से ग्रामीणों में रोष फैल गया। धीरे-धीरे सूचना पुलिस तक पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर साक्ष्य सही पाया। मामले में आरोपी प्रधान पति को गिरफ्तार कर लिया और कार्रवाई शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बिसौरी में विशेष समुदाय के लोगों द्वारा बंजर सरकारी भूमि पर प्रधानपति शशि प्रकाश मौर्य ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा व संत रविदास की प्रतिमा लगवाने की पहल की। बंजर भूमि मे रखने के लिए चंदा के नाम पर पैसा लिया गया। लेकिन प्रतिमा बिना प्रशासन की अनुमित के रखवा दी गयी। मामला बिगड़ता देख स्वयं हटा भी दिया गया।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच में पाया कि बिना प्रशासन के अनुमति के प्रतिमा रखवाई गयी थी, जिससे गांव में शान्ति व्यवस्था भंग होने व संज्ञेय अपराध होने की प्रबल संभावना थी। इस पर पुलिस ने हिरासत में लेकर उपजिला मजिस्ट्रेट सदर जनपद के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां न्यायालय द्वारा सम्यक विचारोपरान्त प्रधानपति को 14 दिवस न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार वाराणसी भेज दिया गया है।
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