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STF को झांसा देकर भागा पुलिस भर्ती परीक्षा का जालसाज, चंदौली का प्रिंस कुशवाहा अरेस्ट

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि परीक्षा में धांधली करने वाले  इस गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा अपने गैंग के दो सदस्यों के साथ थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत रिंगरोड बाईपास सिंहपुर के पास मौजूद है।
 

पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली की साजिश

चंदौली का प्रिंस कुशवाहा हुआ है अरेस्ट

10-10 लाख में हुयी थी डीलिंग

अब हो रही है गैंग सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा की खोज

चंदौली जिले के भी तार पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली की साजिश से जुड़ गए हैं। मामले में साजिश रचने वाले लोगों में चंदौली के प्रिंस कुशवाहा समेत दो शातिर अभियुक्तों को शुक्रवार को यूपी एसटीएफ ने पकड़ कर मामले में छानबीन शुरू कर दी है।

बताया जा रहा है कि प्रिंस कुशवाहा अपने साथी  विजय कुमार के साथ मिलकर पुलिस की आरक्षी पद की शनिवार और रविवार को आयोजित होने वाली लिखित परीक्षा में धांधली की साजिश रच रहे थे। दोनों से पूछताछ के साथ ही विधिक कार्रवाई में जुटी रही। उनके पास से तीन मोबाइल फोन, 8 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, 32 अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र, 24 अभ्यर्थियों के हस्ताक्षरयुक्त सादा बैंक चेक और 18 अभ्यर्थियों के हस्ताक्षरयुक्त स्टैम्प पेपर बरामद किए गए हैं।

आपको बता दें कि यूपी पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा प्रदेश के सभी जनपदों में दिनांक 17 व 18 फरवरी 2024 को आयोजित होना प्रस्तावित है। परीक्षा को सकुशल एवं नकलविहिन सम्पन्न कराये जाने हेतु एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों द्वारा अभिसूचना संकलन की गई थी।

 एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक पुनीत परिहार एवं निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीमें गठित की गयीं थीं। टीमों द्वारा इलेक्ट्रानिक अभिसूचना संकलन के साथ-साथ धरातलीय अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी कि इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हेतु आयोजित होने वाली परीक्षा के संबंध में कतिपय परिक्षार्थियों को अपने प्रभाव में लेकर धोखाधडी करने वाला गैंग वाराणसी में सक्रिय है।

STF Arrested

बताया जा रहा है कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि परीक्षा में धांधली करने वाले  इस गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा अपने गैंग के दो सदस्यों के साथ थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत रिंगरोड बाईपास सिंहपुर के पास मौजूद है। वह कुछ परीक्षार्थियों को वहां बुलाकर उन्हें अपने प्रभाव में लेकर ठगी एवं धोखाधड़ी करने का प्रयास कर रहा है।

इस पर एसटीएफ एक्टिव हो गई। सटीक लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। गैंग सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा वहां पर मौजूद भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया।

इस दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों में चंदौली के बलुआ थाना के मझलेपुर निवासी प्रिन्स कुशवाहा और मिर्जापुर जिले के कछवां थाना के कोटवा गांव निवासी विजय कुमार से पूछताछ में पता चला कि परीक्षा के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा अपने गैंग के सदस्यों के साथ वाराणसी एवं आस-पास के जनपदों में अभ्यर्थियों से सम्पर्क करने हेतु सक्रिय था। गैंग सरगना द्वारा अपने साथियों के माध्यम से कतिपय अभ्यर्थियों से सम्पर्क कर परीक्षा उत्तीर्ण कराने के नाम पर प्रति अभ्यर्थी से लगभग 10-10 लाख रुपया तय किया गया था।

इन सभी लोगों द्वारा अभ्यर्थियों से एडवान्स के तौर पर 50-50 हजार रुपये, मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र, प्रवेशपत्र, हस्ताक्षरयुक्त सादा बैंक चेक एवं सादा स्टैम्प पेपर पूर्व में ले लिया गया था। वंशराज सिंह कुशवाहा द्वारा अपने गैंग के सदस्यों के माध्यम से दिनांक 15 फरवरी 2024 को कतिपय अभ्यर्थियों को बक्सर (बिहार) से यूपी पुलिस की उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र (फर्जी/काल्पनिक प्रश्नपत्र) सॉल्व कराये जाने के नाम पर बुलाया गया था। परन्तु वंशराज सिंह कुशवाहा बक्सर (बिहार) में इनसे मिलने नहीं आया और इन्हें फोन कर अभ्यर्थियों को थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत सिंहपुर के पास रिंगरोड अण्डरपास के पास मिलने के लिये बुलाया।

वंशराज सिंह कुशवाहा द्वारा पूर्व नियोजित योजना के तहत रिंगरोड अण्डरपास सिंहपुर के पास अपने 2 साथियों के साथ मौजूद था। इन लोगों द्वारा 8 अभ्यर्थियों को बुला लिया गया था तथा कुछ अभ्यर्थियों का इन्तजार किया जा रहा था कि इसी दौरान एसटीएफ वाराणसी टीम द्वारा मौके पर पहुंच गिरफ्तार कर लिया गया। परन्तु वंशराज सिंह कुशवाहा भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया।

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