2022 विवाह के शुभ मुहूर्त, जानें कैसे तय होती हैं शादी की तारीखें
2022 विवाह के शुभ मुहूर्त
जानें कैसे तय होती हैं शादी की तारीखें
अब नया वर्ष 2022 जल्द ही शुरू होने वाला है। जिसका सभी को इंतजार है। हिंदू धर्म में विवाह संपन्न करने के लिए शुभ मूहूर्त का विशेष महत्व होता है। बिना शुभ मुहूर्त के विवाह कार्यक्रम नहीं किए जा सकते हैं। वर्ष में कई मौके आते हैं जब विवाह के कई शुभ मुहूर्त होते हैं वहीं कुछ महीनों तक विवाह के मुहू्र्त ही नहीं होते हैं।
आइए जानते हैं साल 2022 के सभी 12 महीनों में कब-कब विवाह के शुभ मुहूर्त के योग हैं। नीचे दिए गए पूरे साल के शुभ विवाह मुहूर्त की तिथियों को ध्यान में रखते हुए आप विवाह कार्यक्रम के लिए अपने लिए तारीखों का चयन कर सकते हैं।
महीना शुभ विवाह मुहूर्त 2022
विवाह मुहूर्त 2022: जनवरी 22, 23 और 24 जनवरी
विवाह मुहूर्त 2022: फरवरी 04, 05, 06, 07, 08,10,18 और 19 फरवरी
विवाह मुहूर्त 2022: मार्च इस महीने विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
विवाह मुहूर्त 2022: अप्रैल 15, 16, 17, 19, 20, 21, 22, 23, 24 और 27 अप्रैल
विवाह मुहूर्त 2022: मई 02, 03, 09, 10, 11,12,15, 17, 18, 19, 20, 21, 26, 27 और 31 मई
विवाह मुहूर्त 2022: जून 01, 05, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 13, 17, 23 और 24 जून
विवाह मुहूर्त 2022: जुलाई 04, 06, 07, 08 और 09 जुलाई
विवाह मुहूर्त 2022: अगस्त इस महीने कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।
विवाह मुहूर्त 2022: सितंबर सितंबर के महीने में कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।
विवाह मुहूर्त 2022: अक्तूबर इस महीने कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।
विवाह मुहूर्त 2022: नवंबर 25, 26, 28 और 29 नवंबर
विवाह मुहूर्त 2022: दिसंबर 01, 02, 04, 07, 08, 09 और 14 दिसंबर
आइए अब जानते हैं विवाह मुहूर्त की तारीख की गणना करते समय किन-किन बातों पर विचार किया जाता है।
- चातुर्मास में जब भगवान विष्णु क्षीर सागर में चार महीने के लिए योग निद्रा में चल जाते हैं तब विवाह समारोह संपन्न नहीं किए जा सकते हैं।
- सूर्य जब मेष, वृषभ, मिथुन, वृश्चिक,मकर और कुंभ राशि में गोचर करते हैं तब विवाह के लिए सबसे अनुकूल समय होता है।
- वहीं जब सूर्य कर्क, सिंह, कन्या, तुला, धनु और मीन राशि में गोचर होते हैं तब विवाह समारोह के लिए समय अच्छा नहीं होता है। सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने पर खरमास शुरू हो जाता है। इसमें विवाह वर्जित माना गया है।
विवाह के लिए शुभ दिन और तिथियां
मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार विवाह का मूहूर्त तारीख का चयन करते समय वार का भी ध्यान रखना चाहिए। सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार अनुकूल होता है, जबकि मंगलवार का दिन विवाह के लिए अशुभ माना गया है। इसके अलावा द्वितीया तिथि, तृतीया तिथि, पंचमी तिथि, सप्तमी तिथि, एकादशी तिथि और त्रयोदशी तिथि अच्छी मानी गई है जबकि चतुर्थी तिथि, नवमी तिथि और चतुर्दशी तिथि को अच्छा नहीं माना गया है।
इन दो ग्रहों के अस्त होने पर विवाह नहीं होते
विवाह मुहूर्त की गणना करते समय शुक्र तारा और गुरु तारा पर विचार किया जाता है। बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने पर विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जाते है। इसलिए, इस दौरान कोई विवाह समारोह नहीं किया जाना चाहिए।
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