दशहरा की पूजा में अपराजिता के फूल का है खास महत्व, ऐसे करें इस्तेमाल
दशहरे पर अपराजिता के फूल की जानें खासियत
फूल से करें कुछ खास उपाय
आप ला सकते हैं अपने जीवन में खुशी
दशहरा उत्सव मुख्य रूप से रावण पर भगवान श्री राम की जीत का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। दशहरा के दिन पूजा में अपराजिता के फूल शामिल करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे में आप इस त्योहार में अपराजिता के फूलों से कुछ उपाय अपनाकर काफी लाभ पा सकते हैं।
हो सकता है धनलाभ
दशहरा के दिन पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी को अपराजिता के फूल चढ़ाने चाहिए। इससे साधक को देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते समय आप उन्हें 7 अपराजिता फूलों की माला भी चढ़ा सकते हैं। पूजा के बाद इस माला को अपने घर की तिजोरी में रख दें। इससे धन आकर्षित होगा और तिजोरी कभी खाली नहीं रहेगी।
खुलेंगे समृद्धि के मार्ग
अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो दशहरे के मौके पर अपराजिता के फूलों से उपाय कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए दरवाजे के सामने एक पात्र में पानी भरें और उसमें कुछ अपराजिता के फूल डाल दें। इससे उस व्यक्ति का आर्थिक संकट दूर हो जाएगा और समृद्धि का मार्ग खुल जाएगा।
दूर हो जाएंगी परेशानियां
अगर आपके घर में श्रीयंत्र स्थापित है तो आप पूजा के दौरान श्रीयंत्र पर अपराजिता के फूल भी चढ़ा सकते हैं। इसका मतलब यह है कि साधक को धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा दशहरे पर 5 अपराजिता के फूलों को पानी में मिलाकर स्नान करने से भी आपको लाभ मिल सकता है।
दूर होगी नकारात्मकता
दशहरा के मौके पर घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में किसी बर्तन में अपराजिता के फूलों को डालकर रख दें। इस उपाय को करने से जातक को घर में मौजूद सभी प्रकार की नकारात्मकताओं से छुटकारा मिल सकता है। जिससे गृह-क्लेश जैसी समस्याएं दूर होती हैं और घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है।
दूर होंगी नकारात्मक भावनाएं
दशहरा के अवसर पर अपराजिता के फूलों को घर के उत्तर-पूर्व कोने में एक पात्र में रखें। इस उपाय से आप अपने घर से हर तरह की नकारात्मकता को खत्म कर सकते हैं। इसके फलस्वरूप गृह क्लेश दूर हो जाते हैं और घर में सुख-शांति का माहौल बनता है।
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