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इसलिए होलिका दहन दिन करनी चाहिए हनुमान जी की आराधना, सभी प्रकार के कष्टों से मिलेगी मुक्ति ​​​​​​​

होली हिंदू धर्म का एक खास पर्व है। देशभर में यह पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। वहीं होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन होता है, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है।
 

होली हिंदू धर्म का एक खास पर्व है। देशभर में यह पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। वहीं होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन होता है, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन किया जाता है। इस बार यह तिथि 24 मार्च को है। इस दिन होलिका दहन किया जाएगा। होलिका दहन के अलावा यह दिन हनुमान जी की आराधना करने के लिए भी बेहद खास माना जाता है। 


मान्यता है कि होलिका दहन की रात को यदि पूरी श्रद्धा और भक्ति से हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है तो सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।

होलिका दहन की रात ऐसे करें हनुमान जी की पूजा

  • होलिका दहन पर रात्रि में होलिका दहन होता है और रात्रि के समय ही हनुमान जी की भी पूजा करने का विधान है।
  • ऐसे में होलिका दहन की रात्रि को हनुमान जी की पूजा से पहले स्नान आदि से निवृत हो जाएं। फिर इसके बाद मंदिर में या घर पर ही हनुमान जी के सामने बैठकर पूजा का संकल्प लें।
  • संकल्प लेने के बाद हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल, फूलों का हार, प्रसाद और चोला अर्पित करें और उनके समक्ष घी का दीपक प्रज्वलित करें।  
  • दीप प्रज्ज्वलन के बाद हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें और अंत में हनुमान जी की आरती करें।
  • चालीसा पाठ करने के साथ ही हनुमान जी को लाल रंग का चंदन भी लगाएं।
  • इस दौरान हनुमान जी की पूजा करते समय लाल और पीले रंग के पुष्प अवश्य चढ़ाएं।
  • संकटमोचन हनुमान जी को लाल रंग प्रिय है, इसलिए वो शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और साथ ही आपको आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है।
  • आखिर में बूंदी का भोग लगाकर उसे प्रसाद के तौर में सबको बांट दें। ऐसा करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

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