इन दो खास योग से मकर संक्रांति पर मिलेंगे ये लाभ, जानिए कब व कैसे
15 जनवरी को बन रहा है विशेष योग
इन फायदों की वजह से खास होगी अबकी बार की मकर संक्रांति
अबकी बार मकर संक्रांति 2022 पर एक खास योग बन रहा है क्योंकि इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को नहीं बल्कि 15 जनवरी 2022 को मनायी जाएगी। दो खास योग की वजह से अबकी बार संक्रांति का खास महत्व है।
अबकी बार सूर्य के राशि परिवर्तन के बाद मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा, क्योंकि अबकी बार सूर्य मकर राशि में 14 जनवरी दिन शुक्रवार को रात्रि 8:49 पर प्रवेश कर रहा है। हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के बाद मकर संक्रांति का पर्व त्यौहार मनाया जाता है। अगर सूर्य मकर राशि में सूर्यास्त के बाद प्रवेश करता है तो संक्रांति का मान्य अगले दिन होगा। इसी कारण से अबकी बार 15 जनवरी शनिवार को मकर संक्रांति मनाई जाएगी।
मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को प्रातः काल से लेकर दोपहर 12:49 तक रहेगा। ज्योतिष के जानकारों का कहना है अब की बार 29 साल बाद एक विशेष संयोग बन रहा है। इस बार मकर संक्रांति पर एक विशेष युक्ति बन रही है इस दिन ब्रह्म और आनंदादि योग बन रहा है।
शास्त्रों में कहा गया है कि ब्रह्म योग को शांति का प्रतीक माना जाता है। वही आनंदादि योग मनुष्य की सुविधाओं को दूर करता है। मकर संक्रांति के समय रोहिणी व मृगशिरा नक्षत्र का योग भी है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*