भगवान गणेश को अर्पित करें ये 3 फूल, मिलेगा आशीर्वाद और जीवन में सफलता
बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य या पूजा की शुरुआत में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान की पूजा फूलों के बिना अधूरी मानी जाती है। विभिन्न देवी-देवताओं को अलग-अलग फूल प्रिय होते हैं, और उनकी पूजा में उन फूलों को चढ़ाने से वे विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा के दौरान कौन-कौन से फूल चढ़ाने चाहिए, साथ ही साथ हम आपको बताएंगे कि बुधवार के दिन भगवान गणेश की कैसे पूजा करनी चाहिए, तो चलिए जानते हैं।
कैसे करें भगवान गणेश की पूजा
1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2. पूजा स्थान को साफ करें और एक चौकी या वेदी स्थापित करें।
3. चौकी पर भगवान गणेश की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें।
4. कलश को स्थापित करें और उसमें गंगाजल, चावल और सुपारी भरें।
5. भगवान गणेश को गंगाजल, दूध, घी और शहद से स्नान कराएं।
6. फूल, मोदक या लड्डू अर्पित करें।
7. धूप और दीप जलाएं।
8. भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें या गणेश चालीसा का पाठ करें।
9. भगवान गणेश से प्रार्थना करें और अपनी मनोकामनाएं व्यक्त करें।
10. आरती गाएं और प्रसाद वितरित करें।
भगवान गणेश को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए
गेंदे के फूल
गेंदे का फूल भगवान गणेश की पूजा में विशेष महत्व रखता है। यह फूल भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गेंदे के फूल चढ़ाने से भक्तों को आरोग्य का वरदान प्राप्त होता है। इसके अलावा, गेंदे के फूलों की सुगंध मन को शांत करती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। गणपति पूजा में गुड़हल, पारिजात और गेंदे के फूलों को एक साथ चढ़ाने से आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है और धन-वृद्धि होती है। इसलिए, यदि आप भगवान गणेश की पूजा कर रहे हैं, तो गेंदे के फूलों का उपयोग अवश्य करें।
गुड़हल के लाल फूल
गणपति पूजा में गुड़हल का लाल फूल विशेष महत्व रखता है। भगवान गणेश को यह फूल अत्यंत प्रिय है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुड़हल का फूल चढ़ाने से भक्तों के जीवन से सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि आती है। इस शुभ फूल को भगवान गणेश को अर्पित करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्ति, विघ्नों का नाश, और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। गुड़हल के लाल रंग को शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, गणपति पूजा में गुड़हल के फूलों का अवश्य उपयोग करें और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करें।
पारिजात के फूल
पारिजात के सफेद सुगंधित फूल भगवान गणेश और शिव दोनों को अत्यंत प्रिय हैं। इन फूलों को पूजा में अर्पित करने से भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पारिजात के फूल चढ़ाने से संतान प्राप्ति में बाधाएं दूर होती हैं, विवाह में सुख-समृद्धि आती है, और ग्रहों के दोष दूर होते हैं। इसके अलावा, पारिजात के फूलों की सुगंध मन को शांत करती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए, यदि आप भगवान गणेश या शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो अपनी पूजा में पारिजात के फूलों का अवश्य उपयोग करें।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*