श्रावणी मेला 2025 के लिए भारतीय रेल की पहल, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 17 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें

सावन के महीने में इन स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेनें
भारतीय रेलवे ने इस वर्ष की है विशेष तैयारी
एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों के लिए न्यूनतम 5 मिनट का ठहराव
श्रावणी मेला 2025 के पावन अवसर पर देशभर से लाखों श्रद्धालु देवघर और सुलतानगंज जैसे पवित्र स्थलों की ओर कांवड़ यात्रा के लिए प्रस्थान करते हैं। श्रद्धालुओं की इसी भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने इस वर्ष विशेष तैयारी की है। रेलवे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक और सुचारु बनाने हेतु कुल 17 जोड़ी श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है।

रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली इन स्पेशल ट्रेनों में जयनगर-आसनसोल, रक्सौल-देवघर, दानापुर-साहिबगंज, आसनसोल-पटना, बढ़नी-देवघर, गोंदिया-मधुपुर, जमालपुर-सुलतानगंज, जमालपुर-देवघर, देवघर-गोड्डा जैसी प्रमुख सेवाएं शामिल हैं। ये ट्रेनें साप्ताहिक, त्रैसाप्ताहिक एवं प्रतिदिन चलेंगी, जिससे श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से आसानी से अपने धार्मिक गंतव्यों तक पहुंच सकें।

रेलवे ने जसीडीह स्टेशन पर मेल, एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों के लिए न्यूनतम 5 मिनट का ठहराव सुनिश्चित किया है, ताकि यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने-उतरने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। हालांकि, राजधानी, वंदे भारत, दूरंतो, जनशताब्दी व कुछ हमसफर एक्सप्रेस इस व्यवस्था से बाहर रखी गई हैं।
वहीं, सुलतानगंज स्टेशन पर भी चार प्रमुख ट्रेनों – गया-कामाख्या एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस, अजमेर-भागलपुर एक्सप्रेस और आनंद विहार-मालदा एक्सप्रेस को दो-दो मिनट का विशेष ठहराव दिया गया है। यह निर्णय सुलतानगंज में गंगा स्नान और कांवड़ यात्रा की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
श्रद्धालुओं की स्थानीय यात्रा को सरल बनाने के उद्देश्य से रेलवे ने जसीडीह-बैद्यनाथधाम-जसीडीह और देवघर-जसीडीह-देवघर के बीच MEMU ट्रेनों का दैनिक संचालन भी शुरू किया है। इससे कांवड़ियों और अन्य यात्रियों को बैद्यनाथ धाम मंदिर तक पहुंचने में बड़ी सहूलियत होगी।
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