भारतमाला परियोजना के वि रोध में जारी आंदोलन, आंदोलनकारियों ने सौंपा 8 सूत्री मांग पत्र

तहसीलदार राहुल सिंह को सौंपा ज्ञापन
जानिए क्या है आंदोलनकारियों की मांग
संपूर्ण मुआवजा और पुनर्वास की प्रक्रिया के बाद चले बुलडोजर
चंदौली जिले में भारतमाला परियोजना को लेकर जिले में विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। बुधवार को आंदोलन के ग्यारहवें दिन प्रदर्शनकारियों ने 8 सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी के नाम तहसीलदार राहुल सिंह को सौंपा। आंदोलनकारियों ने साफ कहा कि जब तक संपूर्ण मुआवजा और पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी ग्रामीण का घर नहीं तोड़ा जाए।

प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि भारतमाला परियोजना के अंतर्गत सदर और पीडीडीयू नगर तहसील के कुल 22 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इस परियोजना के लिए जिन ग्रामीणों की जमीन अधिग्रहित की गई है, उनमें से कई लोगों के रिहायशी मकान भी हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बीते दिनों जिला प्रशासन ने कई मकान बिना मुआवजा दिए गिरा दिए, जिससे प्रभावित परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सपा अधिवक्ता सभा के प्रदेश सचिव अमित यादव ने कहा कि यदि सरकार को ग्रामीणों को विस्थापित करना ही है, तो पहले उनके पुनर्वास की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जिनके घर टूटे हैं, वे पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं और उनके पास कोई वैकल्पिक जमीन भी नहीं है। ऐसे में उनके समक्ष जीवन यापन की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है।
धरना में विक्की यादव, राजकुमार, संतोष यादव, रामदुलार, संजय यादव, उपेंद्र कुमार, गोलू, विकास, सोनू कुमार सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
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