जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

कभी भोजपुर और रतनपुर का हाल देखिए डीएम साहब, आधे अधूरे ओवरहेड टैंक व कच्चे रास्तों से परेशान हैं गांव के लोग"

चंदौली जिले के विकासखंड नियामताबाद के रतनपुर, भोजपुर गांव की बस्ती काफी घनी है। दोनों गांव की आबादी लगभग 25 हजार के करीब है। इसके बाद भी गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
 

ओवरहेड टैंक का निर्माण अधूरा

पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण

गांव में कच्चे रास्ते, बरसात में लोगों को होती है भारी परेशानी

पंचायत भवन न होने से सरकारी योजनाओ का लाभ लेने में दिक्कत                                                                                                       
 

चंदौली जिले के विकासखंड नियामताबाद के रतनपुर, भोजपुर गांव की बस्ती काफी घनी है। दोनों गांव की आबादी लगभग 25 हजार के करीब है। इसके बाद भी गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। गांव में पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। ओवरहेड टैंक का निर्माण अधूरा पड़ा है। गलियों के रास्ता कच्चा है जबकि लोग इन्हीं रास्तों से अपने अपने घरों और कार्यालय को जाते हैं। बरसात के दिनों में सड़क पर आने जाने में राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत भी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से की गई लेकिन कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई।

आपको बता दें कि रतनपुर भोजपुर के ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत भोजपुर रतनपुर में पंचायत भवन नहीं है। आंगनबाड़ी केंद्र का अपना निजी भवन नहीं है। गांव की आबादी बड़ी होने के कारण गांव में तीन जगह आंगनबाड़ी केंद्र चलता है। जिसमें रतनपुर में प्राथमिक विद्यालय में एक कमरे में आंगनबाड़ी केंद्र चलता है। जिसमे कुल करीब सी बच्चे पढ़ते हैं। दूसरी तरफ भोजपुर गांव में दो जगह किराए के मकान में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन होता है। जिससे वहां पढ़ने वाले बच्चे और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को काफी परेशानी होती है। पेयजल और शौचालय न होने से जरूरत पड़ने पर बच्चों और कार्यकत्रियों को इधर उधर भटकना पड़ता है। सबसे बड़ी समस्या गर्मी के दिनों में होती है। किराए के मकान में बिजली की व्यवस्था नहीं होने के कारण शिक्षकों को बच्चों को गर्मी में ही पढ़ाने पर विवश होना पड़ता है। 

वही पंचायत भवन नहीं होने के कारण गांव के लोगों को विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने हेतु काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी ब्लॉक का भी चक्कर लगाना पड़ता है। इतनी परेशानियों के बाद भी जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा कोई भी जरूरी कदम नहीं उठाया जा रहा है।

ग्राम प्रधान सीमा पटेल का कहना है कि गांव में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जल्द ही इससे जुड़े कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। जिससे लोगों को कोई भी समस्या नहीं होगी। वही आंगनबाड़ी केंद्र के लिए गांव में ग्राम समाज की भूमि नहीं मिलने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र नहीं बन पा रहा है।


इस संबंध में ग्राम प्रधान भोजपुर के सीमा पटेल ने बताया कि गांव में जगह-जगह इंटरलॉकिंग और पत्थर बिछाने का कार्य हो रहा है। शेष कार्य का एस्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है। धन आवंटित होते ही कार्य को पूरा करा दिया जाएगा। साथ ही ओवरहेड टैंक के लिए भी विभाग से जल्द पूरा कराने का आग्रह किया गया है।

 
इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य शमीम सिद्दीकी ने बताया कि गांव की दो गलियों में इंटरलॉकिंग GG इंट बिछाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही उसकी मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। साथ ही ओवरहेड टैंक को पूरा कराने के लिए जल निगम से बात करके उसे भी जल्द पूरा कराया जाएगा।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*