पुलिस सहायता बूथ पर चला बुलडोजर, 21 साल पुराना चकिया तिराहे का चर्चित 'AC पिकेट' ध्वस्त
चंदौली के चकिया तिराहे पर स्थित 21 साल पुराने पुलिस सहायता बूथ को फोरलेन सड़क निर्माण के लिए ध्वस्त किया गया.
चकिया तिराहे का 21 साल पुराना पुलिस बूथ ध्वस्त
200 करोड़ की लागत से बन रही फोरलेन
दिवंगत सीओ ने 2017 में कराया था वातानुकूलित
चर्चित कोतवाल रतन सिंह यादव ने रखी थी नींव
फोरलेन से पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
चंदौली जिले में चकिया से पीडीडीयू नगर को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण मार्ग पर अब फोरलेन का काम शुरू हो गया है। वाहनों के बढ़ते दबाव और ट्रैफिक समस्या को देखते हुए इस डबल लेन सड़क को फोरलेन में बदलने की मांग लंबे समय से की जा रही थी, जिसे शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दी। इसी परियोजना के चलते, चकिया तिराहे पर स्थित पुलिस सहायता बूथ को ध्वस्त कर दिया गया है,. इस पुलिस बूथ को गिराने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया।

21 साल पुराना था पुलिस सहायता केंद्र
यह पुलिस सहायता बूथ लगभग 21 साल पुराना था और जिले में एक महत्वपूर्ण पहचान रखता था। इसकी नींव सन 2004 में तत्कालीन मुगलसराय कोतवाल रतन सिंह यादव ने रखी थी। इस बूथ के स्थापित होने से स्थानीय लोगों को 24 घंटे सुरक्षा उपलब्ध होती थी और पुलिस व जनता के बीच बेहतर तालमेल (सामंजस्य) बना रहता था।
देखिये विडियो -
इस पुलिस बूथ को 2017 में आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया था। तत्कालीन सीओ सदर, दिवंगत त्रिपुरारी पांडे ने इसे मॉडिफाई करवाया था। रंग-रोगन के साथ ही इसमें कुर्सी, मेज, चार्जिंग प्वाइंट, लाइट और पंखा जैसी सुविधाएँ जोड़ी गईं. सबसे खास बात यह थी कि यह बूथ वातानुकूलित (Air-Conditioned) भी था। उस समय, चकिया तिराहे का यह पुलिस पिकेट जिले का एकमात्र वातानुकूलित सहायता बूथ था। एसी होने से भीषण गर्मी और अन्य प्रतिकूल मौसम में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को काफी राहत मिलती थी, जिससे वे अधिक ऊर्जा के साथ काम कर पाते थे।
200 करोड़ की परियोजना से मिलेगा लाभ
चकिया-पीडीडीयू मार्ग को फोरलेन बनाने का काम कार्यदायी संस्था छात्रशक्ति इंफ्रा लिमिटेड को सौंपा गया है। 26 जून 2024 को इस सड़क का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य की शुरुआत की गई थी। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 200 करोड़ रुपए है।
यह नया राजमार्ग न केवल जनपदवासियों के लिए आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
चकिया, नौगढ़, और राजदारी-देवदारी जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुँच आसान होगी। इसके अलावा, वाराणसी को भी जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी। इसी मार्ग पर चंदाईत में औद्योगिक क्षेत्र का भी विकास किया जा रहा है, जिससे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। सुगम यातायात होने से रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे और अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को भी आसान राह उपलब्ध होगी।
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