पोस्टर के वायरल होते ही फंस गए फायर सेवा के दो पुलिसकर्मी, अब दे रहे हैं सफाई
पोस्टर बैनर विवाद में घिरे हैं फायर सर्विस के दो पुलिसकर्मी
दोनों पर राजनीतिक अंदाज में प्रचार का आरोप
वर्दी में लगाए गए पोस्टर ने खड़ा किया विवाद
चंदौली जिले के फायर सेवा विभाग में तैनात दरोगा अमित कुमार राय और दीवान सुरेंद्रनाथ यादव इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्टर को लेकर विवादों में हैं। मामला मुगलसराय क्षेत्र में श्रावण मास के दौरान कांवड़ियों की सेवा के लिए लगाए गए एक बैनर से जुड़ा है, जिसमें दोनों पुलिसकर्मियों की वर्दीधारी तस्वीरें ‘निवेदक’ के रूप में दिखाई गई हैं।
भाजपा विधायक की तस्वीर ने दिया राजनीतिक रंग
हालांकि पोस्टर का उद्देश्य धार्मिक सेवा को लेकर बताया जा रहा है, लेकिन इसमें भाजपा विधायक रमेश जायसवाल की प्रमुख तस्वीर भी लगी होने के कारण इसे राजनीतिक प्रचार का रूप मान लिया गया है। इस पर कई राजनीतिक दलों और आम नागरिकों ने आपत्ति जताते हुए इसे नियमों का उल्लंघन बताया है।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
सोशल मीडिया पर यह बहस शुरू हो गई है कि क्या अब वर्दीधारी पुलिसकर्मी भी राजनीतिक प्रचार में शामिल हो रहे हैं? आलोचकों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां पुलिस विभाग की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करती हैं।
दीवान ने दी सफाई, बताया सेवा भाव
इस मामले में दीवान सुरेंद्रनाथ यादव ने सफाई दी है कि उक्त बैनर श्री माता काली धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट द्वारा लगाया गया था, और बिना अनुमति के उनकी वर्दी वाली तस्वीर व नाम 'निवेदक' के रूप में प्रकाशित कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी भूमिका केवल धार्मिक सेवा के सहयोग तक सीमित थी, न कि किसी राजनीतिक प्रचार की।
खेद जताया, प्रशासन की कार्रवाई पर नजरें
दीवान ने यदि किसी को इस बैनर से आपत्ति है तो सार्वजनिक रूप से खेद जताया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग या प्रशासन इस पूरे प्रकरण को किस नजरिए से देखता है और क्या कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई होती है। बैनर से जुड़ा यह विवाद फिलहाल चर्चा का विषय बना हुआ है। माना जा रहा है कि फायर सेवा विभाग इस मामले की जांच कर सकता है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है।
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