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LBS कालेज में हिन्दी दिवस पर गोष्ठी का आयोजन, हिंदी भाषा पर दिया जोर

प्रो प्रदीप कुमार पाण्डेय प्राचार्य सकलडीहा पी जी कालेज ने कहा कि 14 सितंबर को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली भाषा को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया ।
 

इशरत जहां ने रखी अपनी बात

बोलीं -विभिन्न धर्मों  को एकता के सूत्र में पिरोती है हिंदी

आज देश के लिए जरूरी है हिंदी


चन्दौली जिले के लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय दीनदयाल उपाध्याय नगर  के पं पारसनाथ तिवारी नवीन परिसर में 14 सितंबर को हिन्दी दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो प्रकाश उदय विशिष्ट अतिथि प्रो प्रदीप कुमार व अहमद आजमी के द्वारा माँ सरस्वती व पं पारसनाथ तिवारी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर आरंभ किया।


इस दौरान विषय प्रर्वतन करते हुए प्रो इशरत ने कहा कि हिंदी भाषा देश के विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों को एकता के सूत्र में पिरोती है।हिंदी भारत की सबसे प्रमुख भाषा है। दुनियाभर में हिंदी भाषा तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती है परंतु देश में हिंदी भाषा बोली, लिखी व पढ़ी जाती है।

Hindi Diwas

मुख्य अतिथि प्रो प्रकाश उदय ने कहा कि हिन्दी को हमें सीखने की भाषा के रूप में स्वीकार करना पड़ेगा।1917 में महात्मा गांधी ने भरूच में गुजरात शिक्षा सम्मेलन में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।प्रो प्रकाश उदय ने हिंदी के भाषा-भूगोल में समूचा हिंदुस्तान आता है। उसे कथित हिंदी प्रदेश तक सीमित रखना एक बड़ी भूल है। विभिन्न भारतीय भाषाओं में संवाद कायम करने की क्षमता सिर्फ हिंदी में है। भारत की दूसरी भाषाएँ हिंदी के निकट आएँ, यह जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि हिंदी प्रयत्नपूर्वक सभी भारतीय भाषाओं तक पहुँचे। नहीं भूलना चाहिए कि हिंदी हमारे सीखने की भाषा है, और  उसे सीखने में हमारी मातृभाषा का उपयोग आवश्यक  है।

Hindi Diwas
प्रो प्रदीप कुमार पाण्डेय प्राचार्य सकलडीहा पी जी कालेज ने कहा कि 14 सितंबर को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली भाषा को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया । हमें अपनी मातृभाषा यानि हिन्दी बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए। विशिष्ट वक़्ता युवराज सूर्य ने हिन्दी भाषा के  संवैधानिक विकास पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि अहमद आज़मी ने “माँ भारती के सपनों की आशा है “शीर्षक काव्य पाठ किया।  अध्यक्षीय उद्बोधन प्रो उदयन मिश्र, संचालन डा साधना भारती व धन्यवाद ज्ञापन प्रो राजीव कुमार ने किया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के प्रो इशरत जहां ने बताया कि विगत  तीन वर्ष में दस छात्र छात्राएँ हिन्दी विषय में अध्यापक के रूप में चयनित हुए है। इस अवसर पर महाविद्यालय के शोध छात्र उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में चयनित डा अक्षय कुमार का सम्मान किया गया।


 इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो अजीत त्रिपाठी, डा वंदना,डा भावना, डा गुलजबी, डा संदीप, डा धर्मेन्द्र, डा अरविंद, डा प्रजापति,डा सुमन, डा सारिका, सुनील, रंजीत, विनीत, चंद्रशेखर आदि के साथ छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे ।

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