गंगा की ओर जाने का साहस नहीं जुटा पा रहे मछुआरे, तेंदुए के डर से स्कूल रहा बंद
अभी भी गांव में तेंदुए का खौफ
SDM बोले - जंगली जानवर का हमला सिद्ध होने पर मिलेगा मुआवजा
मछुआरे भी गंगा की ओर जाने से डर रहे
आपको बता दें कि कुंडा कला गांव में 17 मार्च की रात तेंदुए के हमले में गाय के बछड़े की मौत व 18 की शाम युवक की घायल होने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। वही कुंडा कला गांव में तेंदुए के हमले वाले जगह से 100 मीटर की दूरी स्थित प्राथमिक विद्यालय को भी बंद कर दिया गया स्कूल पहुंचे बच्चों को घर भेज दिया गया। गंगा नदी के तटवर्ती इलाकों के मछुआरा भी गंगा की ओर जाने का साहस नहीं टूटा पा रहे हैं। कई मछुआरे सोमवार की रात से ही गंगा में मछली पकड़ने नहीं गए। ग्रामीण काफी जरूरी होने पर घर से बाहर निकल रहे हैं, गांव के लोग इतना डर गए कि समूह में लाठी डंडा लेकर निकल रहे हैं। ताकि तेंदुआ के हमले से बचाव किया जा सके।
वहीं तेंदुआ लुका छुपी करता रहा, लेकिन वन विभाग के हाथ नहीं लगा। जबकि वन विभाग की टीम ग्रामीणों को हिदायत देकर रात भर गंगा किनारे वह आसपास चक्रमण करती रही।
स्कूल की प्रधानाध्यापिका मोनिका राणा ने बताया कि एबीएसए के निर्देश पर विद्यालय में पहुंचे बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। विद्यालय के समस्त कर्मी ड्यूटी करते रहे। बताया कि क्षेत्र में तेंदुए आने से दहशत बना हुआ है। वहीं एसडीएम ने कुंडा कला गांव के मंसूर खान के बछड़ा की मृतक पर कहा कि जंगली जानवर के हमले से मृत्यु हुई है तो जांच कर मुआवजा दिया जाएगा।
इस संबंध में पीडीडीयू नगर एसडीएम विराग पांडेय ने बताया कि अगर सिद्ध हो जाता है कि जंगली जानवर के हमले से मृत्यु हुई है, तो मामले में मुआवजे का प्राविधान है। उसी के मुताबिक पीड़ित को मुआवजा दिया जाएगा।
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