पकड़ा गया पीएसीएफ का घोटाला, धान-गेहूं क्रय केंद्रों पर ठेकेदारों के भुगतान में गड़बड़ी
जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह व लेखाकार महेंद्र कुमार हुए निलंबित
जानिए क्यों हुयी है कार्रवाई
कैसे-कैसे खेल में थे शामिल
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने जिला प्रबंधक व लेखाकार पर कार्रवाई के बाद बताया कि पिछले साल पीसीएफ के धान-गेहूं क्रय केंद्रों पर व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत मिली।
आरोप लगाया गया है कि बिना काम कराए ठेकेदारों को हैंडलिंग की धनराशि दे दी गई। मामले की जांच-पड़ताल की गई तो शिकायत सच निकली। लिहाजा, जिला प्रबंधक व लेखाकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। आने वाले दिनों में कुछ और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
बता दें कि दिसंबर, 2023 में पीसीएफ प्रतिनिधि अजीत सिंह ने वाराणसी मंडल के उपायुक्त व उपनिबंधक सहकारिता अजीत कुमार सिंह से ठेकेदारों की हैंडलिंग की धनराशि के भुगतान में व्यापक गड़बड़ी की शिकायत की थी। जांच में खुलासा हुआ कि जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह और लेखाकार महेंद्र कुमार बिना काम कराए ठेकेदारों को हँडलिग की धनराशि दे दी। उन्होंने इसकी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक संजय कुमार के पास भेजी। रिपोर्ट के आधार पर दोनों को निलंबित कर दिया गया। निलंबित जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह व लेखाकार महेंद्र कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पीसीएफ मुख्यालय के प्रबंधक मुकुल कुमार लाल को जांच अधिकारी नामित किया गया है। जिला प्रबंधक को पीसीएफ मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इस मामले में दो और कर्मचारियों के खिलाफ जांच चल रही है।
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