कौन कर रहा है सिक्सलेन सड़क के किनारे पेड़ लगाने की मॉनिटरिंग, जानिए कहां-कहां लगेंगे 5 हजार पेड़

निर्माण के लिए काटे गए 533 पेड़ों के बदले लगाए जाने हैं 10 गुना पेड़
अह तक चिह्नित की गई 1500 पौधों के लिए जगह
बाकी पौधे लगाने में कंफ्यूज है विभाग
PWD और वन विभाग कर रहे हैं अपने-अपने दावे
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में पड़ाव से गोधना मोड़ तक करीब 15 किमी दूरी तक सिक्सलेन सड़क का निर्माण चल रहा है। सड़क चौड़ीकरण के लिए करीब 533 बड़े पेड़ काट दिए गए हैं। इनकी जगह 10 गुना ज्यादा यानी पांच हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाने हैं। पेड़ काटने व पौधे लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से वन विभाग को करीब 10 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। वर्तमान में वन विभाग ने पांच हजार की केवल 1500 कम ऊंचाई वाले पौधे लगाने के लिए ही स्थान चिह्नित किया है।

उधर, वन विभाग का कहना है कि पीडब्ल्यूडी की ओर से जमीन उपलब्ध कराने के बाद बड़े पेड़ के पौधे लगाए जाएंगे। इसके चलते राहगीरों को छांव के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ सकता है। पड़ाव से गोधना तक सिक्सलेन सड़क के निर्माण के लिए 533 हरे पेड़ काट दिए गए हैं, लेकिन उन पेड़ों की जगह कहीं छाया की व्यवस्था नहीं की गई है।
जिले के सबसे बड़े चौराहा पड़ाव पर रोज 15 हजार से ज्यादा लोगों का आवागमन होता है। यहां छाया की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कड़ी धूप में लोगों को वाहन का इंतजार करना पड़ रहा है। पड़ाव से गोधना मोड़ तक सिक्सलेन सड़क का निर्माण दो साल से चल रहा है। सड़क के चौड़ीकरण के लिए 533 हरे पेड़ काट दिए गए हैं।
पुराने पेड़ों को काटने और उनकी जगह नए पौधे लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से वन विभाग को करीब छह माह पहले 10 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके बाद भी नए पौधे लगाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का दावा है कि तीन किमी छोड़कर पौधे लगाने के लिए जमीन भी उपलब्ध करा दी गई है।

उधर, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जमीन उपलब्ध न हो पाने के कारण पौधे नहीं लगाए जा रहे हैं। हालांकि जल्दी ही नए पौधे लगाने का काम शुरू किया जाएगा।
वाहन स्टैंडों पर हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
सबसे खराब स्थिति पड़ाव सहित अन्य चौराहों की है। जहां पेड़ तो काट दिए गए हैं लेकिन अभी तक पौधे लगाने का काम शुरू नहीं किया गया है। लोगों का कहना है कि नए पौधों को पेड़ का रूप धारण करने में 10 से 20 साल लग सकते हैं। ऐसे में पौधों को लगाने का काम जल्दी शुरू किया जाना चाहिए। ताकि स्टैंडों पर वाहन का इंतजार करने वाले लोगों को छाया मिल सके।
इस सम्बंध में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन राजेश कुमार ने बताया कि सिक्सलेन सड़क के निर्माण के लिए काटे गए पेड़ों की जगह पौधे लगाने के लिए शासन की ओर से निर्धारित धनराशि वन विभाग को प्रदान कर दी गई है। साथ ही जमीन भी उपलब्ध करा दी गई है। केवल दुलहीपुर में करीब तीन किमी सड़क का काम न होने के कारण जमीन उपलब्ध नहीं हो सकी है। यहां भी जल्दी ही जमीन उपलब्ध करा दी जाएगी।
इस सम्बंध में रामनगर डीएफओ दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि सिक्सलेन सड़क के किनारे जल्दी ही पौधे लगाने का काम शुरू किया जाएगा। फिलहाल 1500 कम ऊंचाई वाले पौधे लगाए जाएंगे। जल्दी तैयार हो जाने वाले इन पौधों से राहगीरों को छाया मिलने लगेगी। जमीन उपलब्ध होने के बाद बड़े पेड़ों के पौधे भी लगा दिए जाएंगे।
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