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दीपक सिंह घंटी और राकेश डब्बू के बीच करोड़ों की लेन-देन में तकरार, पुलिस ने रंगदारी के आरोप में उठाया

राकेश की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उनके परिजन और मोहल्ले के लोग कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर ज्यादती, पक्षपात और मिलीभगत का आरोप लगाया।
 

रंगदारी के मामले में डब्बू की गिरफ्तारी पर परिजनों का हंगामा

पुलिस पर पक्षपात का आरोप

ऐसा है रेलवे ठेकेदारी से लेकर जेल तक का राकेश डब्बू का सफर  

चंदौली जिले के मुगलसराय रेलवे ठेकेदारी में साझेदार रहे दीपक सिंह उर्फ घंटी और राकेश सिंह उर्फ डब्बू के बीच करोड़ों रुपये के लेनदेन का विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। राकेश सिंह की रंगदारी के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद मामला और गरमा गया है। परिजनों ने इसे धंधे के पैसों की जबरन वसूली और पुलिस की मिलीभगत करार दिया है।

गिरफ्तार राकेश डब्बू, परिजन बोले—पैसे मांगने पर फंसाया गया
परिवार वालों का कहना है कि दीपक सिंह घंटी और राकेश सिंह डब्बू पुराने पार्टनर रहे हैं, और दोनों ने मिलकर रेलवे में ठेकेदारी का काम किया था। करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ, लेकिन जब राकेश ने हिस्से का पैसा वापस मांगा, तो दीपक सिंह ने पुलिस से मिलकर उन्हें फर्जी केस में फंसा दिया।

Rakesh singh dabbu arrested

थाने पर पहुंचकर परिजनों ने किया विरोध, पुलिस पर गंभीर आरोप
राकेश की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उनके परिजन और मोहल्ले के लोग कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर ज्यादती, पक्षपात और मिलीभगत का आरोप लगाया। परिजनों का कहना था कि थाने से चौकी की दौड़ इस बात का संकेत है कि कुछ बड़ा छिपाने की कोशिश हो रही है। लोगों ने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच हो तो कई बड़े नामों और लापरवाहियों का खुलासा संभव है।

कोतवाल बोले: रंगदारी में मुकदमा दर्ज, जांच जारी
इस पूरे मामले पर मुगलसराय कोतवाल गगनराज सिंह ने कहा कि राकेश सिंह के खिलाफ रेस्टोरेंट संचालक की शिकायत पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

बिहार से मुगलसराय तक की आपराधिक कहानी
मूल रूप से बिहार निवासी राकेश सिंह उर्फ डब्लू पिछले कुछ वर्षों से मुगलसराय के सुभाष नगर कॉलोनी में रह रहे हैं। राजनीति में कदम रखने के बाद वर्ष 2016 में पहली बार उनका नाम पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इसके बाद अपराध की दुनिया में उनका दखल बढ़ता गया और हत्या, रंगदारी, फर्जीवाड़ा व गुंडागर्दी जैसे कई गंभीर मामलों में उनका नाम सामने आया।

23 से अधिक मुकदमे, फिर भी सुधार नहीं
पिछले नौ वर्षों में राकेश पर कुल 23 मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनमें हत्या, रंगदारी, गुंडा अधिनियम, गिरोहबंद अधिनियम और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) तक शामिल हैं। वर्ष 2024 में हत्या के एक मामले में जेल से छूटने के बाद माना जा रहा था कि वह सुधर जाएंगे, लेकिन ताजा मामला यह दिखाता है कि उन्होंने फिर वही राह पकड़ ली।

एसपी की जांच में रंगदारी की पुष्टि
नगर के एक रेस्टोरेंट संचालक द्वारा शिकायती पत्र के माध्यम से रंगदारी की शिकायत की गई थी। एसपी के आदेश पर जांच कराई गई, जिसमें मामला सत्य पाया गया। इसी आधार पर मुगलसराय पुलिस व एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए राकेश को गिरफ्तार किया।

राकेश के खिलाफ दर्ज प्रमुख मुकदमे
उनके खिलाफ दर्ज मामलों में IPC की धारा 302, 307, 364, 386, 506, 120B, 419, 420, 467, 468, Arms Act, गुंडा अधिनियम, गिरोहबंद अधिनियम और NSA जैसी कड़ी धाराएं शामिल हैं।

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