बिहार के नाबालिग बच्चे जा रहे थे अजमेर, RPF ने तस्कर के साथ पकड़ कर भेजा हेल्प लाइन
चूड़ी के कारखाने में काम करने के लिए तस्करी
दलालों के माध्यम से काम करने जाते हैं बच्चे
RPF DDU ने 4 नाबालिग बच्चों का रेस्क्यू कर मानव तस्कर को दबोचा
बता दें कि आज आरपीएफ डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत रेसूब व पोस्ट डीडीयू के नेतृत्व में उप निरीक्षक अमरजीत दास मुकेश कुमार, आरक्षी सुशील कुमार साथ बचपन बचाओ आंदोलन टीम की कोऑर्डिनेटर चंदा गुप्ता के द्वारा ऑपरेशन आहट के तहत गस्त एवं चेकिंग के क्रम में गाड़ी संख्या 12987 UP सियालदह अजमेर एक्सप्रेस के प्लेटफार्म संख्या 07 पर समय 09/17 बजे आगमन के पश्चात उक्त गाड़ी के सामान्य कोच में एक व्यक्ति को अपने साथ चार नाबालिक लड़को को गाड़ी में ले जाते हुए देखा गया। संदेह होने पर नाबालिक लड़कों से पूछताछ करने पर सभी ने बताया कि हम लोग अजमेर चूड़ी बनाने का काम करने के लिए जा रहे हैं।
मामला संदिग्ध पाकर चारों नाबालिक बच्चो एवं साथ वाले व्यक्ति को आवश्यक पूछताछ हेतु गाड़ी से नीचे उतारा गया और बच्चो का प्रेमपूर्वक काउंसलिंग किया गया। काउंसलिंग के दौरान पाया गया कि पकड़ा गया उक्त व्यक्ति मो0 इम्तियाज,उम्र 29 वर्ष,पुत्र मो0 सोराज,निवासी केसू धरमपुर ,थाना चंदौती ,जिला गया (बिहार) 03 नाबालिक लड़कों निवासी थाना कुर्था,जिला अरवल(बिहार), एवम 1बच्चा निवासी थाना मखदुमपुर,जिला जहानाबाद(बिहार) को अजमेर के शास्त्री नगर में एक रूम लेकर बच्चों को चूड़ी बनवाने का काम करवाने के लिए अजमेर सियालदह एक्सप्रेस से अपने खर्चे पर लेकर जा रहा हूं। जहां इनको एक बंद कमरे में सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक कार्य करवाते हैं। इसके एवज में प्रति माह 4 हजार से 5 हजार रुपए दिया जायेगा एवं इसके लिए मुझे प्रति बच्चे 5000/- रुपया प्रतिमाह मिलता है।
इसके साथ ही बताया कि इसके बदले इसके परिजन को कुछ रुपया एडवांस दिया हूं। बाद सभी नाबालिक बच्चियों को रेलवे चाइल्ड हेल्प लाइन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के टीम मेंबर सीमा यादव को सही सलामत सुपुर्द किया गया और अग्रिम कार्यवाही हेतु अभियुक्त मो इम्तियाज को शिकायत पत्र के साथ कोतवाली थाना मुगलसराय को सौंपा गया।
उपरोक्त अभियुक्त के विरुद्ध कोतवाली मुगलसराय में अपराध संख्या 199/2024, दिनांक 17 मई 2024 अंतर्गत धारा 370 IPC पंजीकृत किया गया।
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