छठ के पूजा के बाद गंदगी से पटे तालाब व पोखरे, कौन लेगा साफ सफाई की जिम्मेदारी
सफाई कर्मचारियों ने अपने कार्य में दिखाई लापरवाही
अभी तक नहीं हुई मानसरोवर व तालाबों की साफ सफाई
गंदगी से परेशान है लोग
प्रशासन से कर रहे हैं मांग
जल्द हो सफाई का इंतजाम
चंदौली जिले में डाला छठ महापर्व बीते जाने के बाद भी पोखरा और सरोवरों की साफ सफाई नहीं की गई। इससे सुबह शाम सरोवर और तलाब किनारे टहलने वालों में रोष दिख रहा है। नगर के लोगों ने सरोवर और पोखरों की समुचित साफ सफाई कराने की मांग विभागीय अधिकारी और कर्मचारी की है।
आपको बता दें कि पीडीडीयू नगर स्थित रेलवे का मानसरोवर पोखरा आस्था का केंद्र माना जाता है। जहां लगभग सभी त्योहारों पर पूजा करने सैकड़ों की संख्या में लोग आते रहते है। इसके अलावा डाला छठ पूजा पर हजारों की भीड़ श्रद्धालुओं की पूजा पाठ करती है। वहीं प्रतिदिन सुबह शाम लोग टहलने जाते है और मछलियों को चारा भी देते है। इस क्रम में नई बस्ती स्थित दामोदरदास पोखरा और राममंदिर पोखरा भी आस्था का केंन्द्र है। शहर के महत्वूपूर्ण पोखरों पर बीते दिनों छठ पूजा पर विधि विधान से पूजा पाठ किया गया था। लेकिन छठ पूजा बीते तीन दिन हो गया, लेकिन अभी तक पोखरा के अंदर और बाहर साफ सफाई नहीं की गई। इससे आसपास रहने वाले लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। सुबह शाम टहलने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
इस संबंध में मानसरोवर पोखरा समिति के अध्यक्ष कृष्णा गुप्ता का कहना है कि विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि पोखरा के आसपास सफाई नहीं कराई जा रही है। जबकि डाला छठ बीते तीन दिन हो गया है ।इसकी शिकायत विभागीय कर्मियों से की गई है । नगर वासियों ने नगरपालिका प्रशासन से अभियान चलाकर सफाई कराने का मांग की है।
इस संबंध में नगर पालिका के लिए अविनाश कुमार का कहना है कि जल्द ही नगर के सभी पोखरों की साफ सफाई करा दिया जाएगा। इसके लिए विभागीय कर्मचारियों को निर्देशित कर दिया गया है। लापरवाही होने पर कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है।
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