सिल्ट से बंद पड़ी नहर, टेल तक पानी न पहुंचने पर किसानों का धरना, मौके पर ही शुरू हुई सफाई

नरैना गांव के पास किसानों ने किया सड़क किनारे प्रदर्शन
धपरी माइनर में जमी सिल्ट बनी किसानों की समस्या की जड़
धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद रामकिशुन और पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव
पूर्व सांसद ने एक्सईएन से की बात
तुरंत कार्रवाई की मांग
चंदौली जिले के नियामताबाद विकासखंड के नरैना गांव के पास रविवार को किसानों ने सिंचाई की गंभीर समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था कि धपरी माइनर नरायनपुर पंप कैनाल से निकलकर कठौड़ी, गौसपुर, धपरी, नरैना और महदेऊर तक जाती है। इसमें भारी मात्रा में सिल्ट जमा होने के कारण टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इससे क्षेत्र के किसानों को खेती करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे उनकी खेती प्रभावित हो रही हैं।

किसानों के धरने की सूचना मिलते ही पूर्व सांसद रामकिशुन और पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्या सुनी। किसानों ने बताया कि सिल्ट के कारण माइनर में पानी का प्रवाह रुक गया है। जिससे खेतों में सिंचाई असंभव हो गई है। इस पर पूर्व सांसद ने तत्काल सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) से फोन पर बात की और सिल्ट सफाई की मांग को लेकर अड़ गए। उनकी मांग पर एक्सईएन ने अवर अभियंता आशीष कुमार को तुरंत मौके पर भेजा।

मौके पर पहुंचे अवर अभियंता ने स्थिति का जायजा लिया और किसानों और पूर्व सांसद से वार्ता की। इसके बाद तत्काल जेसीबी मंगवाकर धपरी माइनर की सिल्ट सफाई शुरू कराई गई। सफाई कार्य शुरू होने से किसानों ने राहत की सांस ली।
इस दौरान पूर्व सांसद रामकिशुन ने सरकार, जिला प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों की उपेक्षा के कारण खेती-किसानी संकट में है। समय पर पानी, खाद आदि न उपलब्ध होने से उनकी खेती प्रभावित हो रही है।
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