ठेकेदारों के काम पर सवालिया निशान, निर्माण के दौरान ही टूटने लगी पत्थरों की रेलिंग

पड़ाव से करवत तक कई जगहों पर गाड़ियों की टक्कर से रेलिंग को नुकसान
निर्माण पूरा होने से पहले ही कई स्थानों पर टूटी रेलिंग
सीमेंटेड सड़क व नाली और सर्विस रोड का 80% कार्य पूरा
चंदौली जिले के मुगलसराय नगर के पड़ाव से गोधना तक बन रही सिक्सलेन सड़क निर्माण के दौरान सर्विस रोड के किनारे सड़क की खूबसूरती के लिए पत्थर की रेलिंग लगाया जा रही है। राजस्थान के कुशल कारीगरों की ओर से पत्थर को को एक आकर्षक रूप में बनाकर तैयार किया जा रहा है। उसके बाद सर्विस रोड के किनारे नाले से सटाकर लगाया जा रहा है, ताकि सड़क का लुक और अच्छा किया जा सके।

आपको बता दें कि अभी रेलिंग लगाने का कार्य पूरा हुआ ही नहीं इसी बीच पड़ाव से करवत तक दर्जनों जगह छोटी बड़ी गाड़ियों से धक्का लगने से टूटने लगी है। इतना ही नहीं आसपास के गांव के लोग रेलिंग में गाय भैस बांधने लगे हैं, जिससे रेलिंग शुरुआती दौर में ही टूटने लगी है। बीच-बीच में रेलिंग टूटने से सड़क की खूबसूरती बिगड़ रही है। पड़ाव से गोधना तक 328 करोड़ की लागत से सिक्सलेन सड़क का निर्माण हो रहा है। जिसमे पड़ाव से करवत तक सीमेंटेड सड़क की ढलाई, नाली और सर्विस रोड सड़क का लगभग 80 फीसदी कार्य पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है।
इसके साथ बाद कार्यदायी संस्था की ओर से सड़क की खूबसूरती के लिए आकर्षक पत्थर की रेलिंग लगाया जा रही है। राजस्थान के कुशल कारीगरों की ओर से मिर्जापुर क्षेत्र की पहाड़ियों का लाल व गुलाबी पत्थर को एक आकर्षक रूप में तैयार कर पत्थर का पीलर लगाकर रेलिंग लगायी जा रही है। पड़ाव से चंधासी कोयला मंडी तक ट्रांसपोर्ट व्यवसाय क्षेत्र है। जहां मार्ग के दोनों तरफ छोटे बड़े कई फैक्ट्री और गोदाम है। जहां दिन भर हजारों गाड़ियों का अवागमन लगा रहता है। ये गाड़ियां इन रेलिंग को तोड़ दे रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब इसकी सुरक्षा के लिए ठेकेदारों व अफसरों को काम करना है, तभी ऐसी रेलिंग का फायदा सड़क का निर्माण कार्य खत्म होने पर लोगों को मिलेगा और सड़क खूबसूरत दिखेगी।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*