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पंचायत सहायक व सफाईकर्मियों का प्रशिक्षण, कार्यक्रम में पंचायती राज निदेशक हुए शामिल

प्रशिक्षण में निदेशक पंचायती राज प्रमोद कुमार उपाध्याय, उत्तर प्रदेश के द्वारा आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जानकारी दी गयी कि सभी ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाना है।
 

जिला पंचायत संसाधन केन्द्र में प्रशिक्षण

सभी ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त से बनाने का संकल्प

जानिए क्या चल रही हैं स्कीमें


चंदौली जिले के नियमताबाद जिला पंचायत संसाधन केन्द्र में सोमवार को जनपद गाजीपुर के विकास खण्ड भवारकोल के 14 ग्राम पंचायतों के 50 प्रतिभागी तथा जनपद चंदौली के विकास खंड शहाबगंज के 16 ग्राम पंचायतों के 53 प्रधान, पंचायत सहायक, सफाईकर्मी के प्रशिक्षण का शुभारंभ उपनिदेशक पंचायत एके सिंह वाराणसी मंडल वाराणसी, जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रम्हचारी दूबे, चंदौली वरिष्ठ फैकल्टी तथा प्रधानगण के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। 

प्रशिक्षण में निदेशक पंचायती राज प्रमोद कुमार उपाध्याय, उत्तर प्रदेश के द्वारा आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जानकारी दी गयी कि सभी ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाना है। अगर अभी भी खुले में शौच हो रहा तो जागरूकता की कमी है तो रोस्टर बनाकर सभी ग्राम पंचायतों में जहा अभी तक ओडीएफ नहीं है, वहां बैठक करने के डीपीआरओ को निर्देश दिए हैं।

Training For ODF

 मॉडल ग्राम पंचायत बनाया जाना है, जिसके क्रम में ग्राम पंचायत  में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत ग्राम पंचायत में समेकित अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण घरों से निकलने वाले जैविक अपशिष्ट द्वारा खाद गढ्ढा, कृषि अपशिष्ट के लिए नाडेप तथा गोबर  अपशिष्ट के वर्मी खाद पीट का निर्माण तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सामुदायिक सोक पीट, मैजिक पीट, लीच पीट, सिल्ट चेंबर तथा फिल्टर चैंबर, वेस्ट स्टेबलाइजेशन पौंड का निर्माण, कराया कराया जाएगा। 

ग्राम पंचायत को ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंध के लिए 5000 से कम आबादी के लिए प्रति व्यक्ति 60 रुपए  ठोस  के लिए एवम तरल के लिए 280 रुपए तथा 5000 से ऊपर 45 रुपए ठोस एवम 660 रुपए प्रति व्यक्ति स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 के तहत ग्राम पंचायत को दिया जाएगा । एसबीएम के द्वारा 70 प्रतिशत तथा शेष धनराशि केंद्रीय वित्त के टाइड फंड से लिया जाएगा।  ग्राम पंचायत को एस्पायरिंग, राइजिंग,तथा माडल ग्राम बनाना है,जिस ग्राम पंचायत में ठोस या तरल दोनो में से किसी एक में कार्य कराया गया है तो एस्पायरिंग होगा जिसमे दोनों कार्य करा लिया गया उसे राइजिंग तथा जिस ग्राम पंचायत में दोनों के साथ साथ वाल पेंटिंग, जागरूकता अभियान किया गया हो वो ग्राम पंचायत  मॉडल ग्राम पंचायत के श्रेणी में  होगा । ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्य योजना निर्माण कर उससे संबंधित कार्य कराया जाएगा । 

प्रशिक्षण  में ओडीएफ प्लस के तहत चार उद्देश्य बताए गये, जिससे ओ डी एफ को बनाए रखना, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तरल अपशिष्ट प्रबंधन किया जाय, जिससे ग्राम में दृश्यमान अपशिष्ट न हो । प्रशिक्षण  ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य योजना का निर्माण, वित्त का प्राविधान, साथ ही ग्राम पंचायत नियामताबाद में निर्मित सोख पिट, कूड़ा पात्र, नाडेप, वर्मीकमपोस्ट को क्षेत्र भ्रमण के दौरान दिखाया गया । 

प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर  जिला कंसल्टेंट शुभम वाराणसी, जिला कंसल्टेंट अखंड प्रताप सिंह चंदौली तथा डीपीआरसी फैकल्टी सुनील सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

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