अंजनी सिंह की नौजवानों से अपील- हिंसा नहीं शांतिपूर्ण तरीके से करें विरोध प्रदर्शन, सरकार वापस से नई भर्ती योजना
अग्निवीर योजना पर सपा नेता का सवाल, यह देश की सुरक्षा के हित में नहीं, 4 साल की नौकरी नौजवानों के साथ खिलवाड़
चंदौली जिले के समाजवादी चिंतक जिला पंचायत सदस्य पूर्व सैनिक अंजनी सिंह ने भारतीय सेना में नौजवानों को अग्निवीर योजना अंतर्गत चार साल के लिए भर्ती प्रक्रिया लागू करने पर गहरी चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि देश हित में अच्छी-अच्छी योजनाओं को लाना किसी भी सरकार का कर्तव्य है। अगर सरकार ने यह समझ लिया है कि अग्निवीर योजना देश के हित में है तो मैं भाजपा सरकार को यह सुझाव दूंगा कि अग्निवीर योजना को सेना में लागू करने से पहले पूरे देश में एक और योजना लागू करनी चाहिए थी कि देश के सभी इच्छुक नौजवानों को पहले सेना में चार वर्ष ट्रेनिंग नौकरी करनी होगी, उसके बाद उन्ही नौजवानों में से पचहत्तर प्रतिशत ट्रेंड शुदा सोल्जर युवाओं को हर राज्यों की पुलिस आर्मड फोर्सेज रेलवे पुलिस व अर्ध सैनिक बलों में ज्वाइनिंग दिया जाएगा।
अंजनी सिंह ने कहा कि ट्रेंड सोल्जर की स्वैच्छिक रजामंदी एवं मेरिट को आधार बनाया जाता तो यह सर्वथा उपयुक्त होता। ऐसा करने से युवाओं को अधिक संख्या में देश सेवा का अवसर भी उपलब्ध हो जाता। साथ ही साथ अन्य सभी संस्थानों में होने वाले ट्रेनिंग खर्चा का भी दबाव देश पर नहीं पड़ता एवं युवाओं के भीतर अपने भविष्य के प्रति नाराजगी भी नहीं उपजती।
वर्तमान में युवाओं व उनके गार्जियन सम्मानित जनता को बिना विश्वास में लिए जिस तरह अग्निपथ स्कीम को लागू किया गया। यह निश्चित रूप से भाजपा सरकार के ग़लत सोच एवं विफलता का प्रमाण है। हालांकि इस फ़ैसले के पीछे सरकार की छुपी हुयी मंशा पर उंगली उठाना मेरे समझ से अभी जल्दबाजी होगी।
अंजनी सिंह ने भाजपा से सीधा सवाल किया कि आपके नेताओं कि ये कैसी देश भक्ति जो अपने बयान में अग्निपथ योजना को युवाओं के लिए रोजगार बता रहे हैं, क्या भाजपा के देश भक्ति की सोच में रोजगार छिपा है। सेना देश का सबसे सेंसटिव पक्ष है, जिसपर कुछ भी फैसला लेने बोलने व करने से पहले कई बार सोचा समझा जाना चाहिए।
भाजपा के नेता सिर्फ़ टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में कुछ भी बोल देते हैं, जिनके पास गलत सही का भी पहचान नहीं मालूम। भाजपा के नेताओं सहित सभी दल के नेताओं को यह समझना चाहिए कि सेना के मुद्दे पर राजनीति कदापि नहीं किया जाना चाहिए। माननीय प्रधानमंत्री जी सहित भाजपा के सभी बड़े नेता बताएं जिस अग्निपथ योजना को रोजगार का नाम दिया जा रहा है। उस योजना के अंतर्गत जाने वाले जवान जब सरहद पर घाटा मुनाफा कि बात सोचने लगेंगे या करने लगेंगे तब देश का क्या होगा। क्योंकि भाजपा को यह भी बखूबी मालूम है कि रोजगार फायदे के लिए किया जाता है, जिसमें नफा नुकसान दोनों जोड़े घटाए जाते हैं।
सेना कोई व्यापार रोजगार का केंद्र नहीं बल्कि हर सैनिक छावनी समूचे राष्ट्र का एक पवित्र मंदिर है, जिसमें मां भारती के सच्चे सपूत रहते हैं, जो हंसते हंसते बिना नफा नुकसान सोचे भारत मां के रखवाली के लिए अपना प्राण कुर्बान कर देते हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी इस अग्निपथ स्कीम को तत्काल वापस लें और भारत की जवानी को जलने से बचाएं। साथ ही वह भारत के सभी होनहार युवाओं से अपील कर रहे हैं कि वो हिंसक उग्र आंदोलन छोड़ कर शांतिप्रिय तरीके से अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाएं।
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