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नौगढ़ के भागवत कथा में ....राजा बलि ने भगवान से कराई चौकीदारी

भगवान श्री कृष्ण का प्रसंग सुनाते हुए धरती पर उनके अवतरण का महत्व बताया। वही कथा के दौरान भगवान के बाल रूप की झांकी भी प्रस्तुत की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान का जयघोष कर उनका स्वागत किया तथा नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, जैसे भजनों पर महिलाएं नाचने लगी।
 
नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की.. भजन पर नाचने लगी महिलाएं

नौगढ़ में श्रीमद् भागवत कथा जारी है। भागवताचार्य गौरीश पांडे ने भगवान श्री कृष्ण का प्रसंग सुनाते हुए धरती पर उनके अवतरण का महत्व बताया। वही कथा के दौरान भगवान के बाल रूप की झांकी भी प्रस्तुत की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान का जयघोष कर उनका स्वागत किया तथा नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, जैसे भजनों पर महिलाएं नाचने लगी।

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में दुर्गा मंदिर पोखरा पर  श्रीमद् भागवत कथा का जारी है। चौथे दिन की कथा में  शुक्रवार की रात कथावाचक भागवताचार्य गौरीश पांडे ने भगवान श्री कृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाते हुए धरती पर उनके अवतरण का महत्व बताया। वही कथा के दौरान भगवान के बाल रूप की झांकी भी प्रस्तुत की गई, जिसे देखते ही उपस्थित श्रद्धालु उत्साह से भर गए और अपने स्थान पर खड़े होकर भगवान का जयघोष कर उनका स्वागत किया। 


आपको बता दें कि कथा में नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल के जैसे भजनों पर महिलाएं नाचने लगी। कथा व्यास ने भगवान विष्णु ने वामन के अवतार लेने के बाद राजा बलि से तीन पग जमीन मांगने की कथा सुनाते हुए कहा कि राजा बलि के यहां जाकर भगवान ने उनकी परीक्षा लेने के लिए तीन पग जमीन दान में मांगी। राजा बलि ने तीन पग जमीन देने की हामी भर ली। भगवान वामन स्वरूप ने पहले पग में पाताल और दूसरे पग में आकाश को नाप लिया। तीसरे पग की जमीन न देख भगवान ने राजा बलि के सिर पर अपना तीसरा पग रख दिया।

bhagwat katha

 राजा ने भगवान से प्रार्थना कर वरदान मांगा कि मेरे महल में सात दरवाजे हैं, मेरी इच्छा है कि मैं जिस दरवाजे से भी निकलूं, भगवान के दर्शन हों। भगवान ने वचन दे दिया। सभी दरवाजों में हर समय दर्शन के लिए मौजूद रहने की मांग पूरी करने के लिए भगवान को राजा के यहां सातों दरवाजों में चौकीदार बनकर  रहना पड़ा। कथा में भगवान के विष्णु लोक से नदारद होने पर लक्ष्मी जी चिंतित हो गईं। तब नारद ने राजा बलि के यहां भगवान के चौकीदारी की बात बताई। लक्ष्मी जी राजा बलि के यहां रक्षाबंधन के दिन बहन बनकर गईं। राखी बंधाई के रूप में चौकीदार को मांग लिया। तब भगवान लक्ष्मी के साथ अपने लोक जा सके।

 भागवत कथा में श्रद्धालु  राम जन्म और कृष्ण जन्म की कथा सुनकर भाव विभोर हो गए।  इस मौके पर कस्बा नौगढ़ के प्रमुख समाज सेवी प्रभु नारायण जायसवाल, शिवनारायण जायसवाल, सुनीति रामायणी, द्वारिका नाथ, दीपक गुप्ता,  रामलाल केसरी, शीतला श्रीवास्तव, हिमांशु, विनोद यादव, राजू पांडे, प्रदीप जायसवाल समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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