देखिए वीडियो... नौगढ़ में पुण्यतिथि पर कैसे याद किया गया वीरांगना रानी दुर्गावती को
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में आदिवासी गोंड महासभा के द्वारा मझगावां नई बस्ती में स्वाधीनता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों को अर्पण कर देने वाली महान वीरांगना रानी दुर्गावती का 459 वां बलिदान दिवस मनाया गया। इस मौके पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में वीरांगना के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
आपको बता दें कि दिवस कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि आदिवासी गोंड महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरदेव गोंड उर्फ पिंटू बाबा ने रानी दुर्गावती के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती के बलिदान को आदिवासी समाज को याद करना चाहिए। हमें उनकी ताकत एवं साहस से प्रेरणा लेकर मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष अमरदेव गोंड ने बिरांगना दुर्गावती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रानी दुर्गावती चंदेलो की बेटी और गोंडवाना की रानी थी। रण चंडी बनकर उन्होंने मातृभूमि के गौरव के लिए प्राणों को अर्पण कर दिया। उनके शासनकाल में ही गोंडवाना राज्य की नींव रखी गई। विशिष्ट अतिथि गोंडवाना के वरिष्ठ नेता बबुन्नदर गुप्ता ने वीरांगना रानी दुर्गावती को अदम्य साहस एवं शक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा कि जहां आज के आधुनिक युग में महिलाएं नए- नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। वहीं वे इतिहास में भी किसी से पीछे नहीं है। उसका जीता जागता उदाहरण वीरांगना रानी दुर्गावती है। जिनके त्याग, साहस एवं बलिदान को आज भी देश सम्मान के साथ याद करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमाशंकर गोंड और संचालन आजाद गोंड ने किया।
बलिदान दिवस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ राजेश गोंड, शिव शंकर पहलवान, दयाराम गोंड, रामरतन गोंड, आजाद सिंह गोंड, जोखू गोंड, प्रेमनाथ गोंड, पंकज कुमार, दयाशंकर, सुजीत कुमार समेत काफी संख्या में आदिवासी वनवासी मौजूद थे।
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