राजदरी जलप्रपात को देख गदगद हुए वन मंत्री, इको टूरिज्म से जुड़ेगा नौगढ़ का औरवाटाडं प्रपात
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चंदौली जिले के नौगढ़ में चंद्रप्रभा अभयारण्य के राजदरी जलप्रपात को देख गदगद हुए कैबिनेट मंत्री वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने औरवाटाडं जलप्रपात को विकसित करने का वादा करते हुए कहा कि नौगढ़ में इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। इस दौरान मौजूद पूर्व विधायक शिव तपस्या पासवान के अनुरोध पर वन मंत्री ने अधिकारियों को विकसित करने हेतु कार्य योजना बनाकर ईको टूरिज्म से औरवाटांडं जलप्रपात को जोड़ने को कहा।
पूर्व विधायक शिव तपस्या पासवान के चंद्रप्रभा अभयारण्य में प्रवेश पर शुल्क कम किए जाने मांग को नकारते हुए कहा कि शिमला में प्रवेश शुल्क पर्यटकों से ₹1000 लिया जाता है। (चंदौली समाचार) से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के टूरिस्ट मैप के जरिए विशेषकर नौगढ़ को एक आदर्श इको टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे ट्रैवल के साथ प्रकृति का संरक्षण और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
वन मंत्री को महासंघ के प्रदेश संरक्षक त्रिवेणी खरवार ने दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को विनियमितीकरण करने और हर माह वेतन 30 दिन देने संबंधी 8 सूत्री मांग पत्र को सौंपा। इस मौके पर चकिया विधायक के प्रतिनिधि अश्वनी दुबे, मुख्य वन संरक्षक प्रयागराज एन रविंद्रन, मुख्य वन संरक्षक कानपुर सुनील चौधरी, वन निगम के जनरल मैनेजर एससी सिन्हा के अलावा डीएफओ रामनगर महावीर कौजलगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी चकिया धर्मेंद्र सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी नौगढ़ दिनेश सिंह के अलावा नौगढ़, मझगांई, जयमोहनी, चकिया, राजपथ, चंद्रप्रभा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी मौजूद रहे।
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